भारतीय संस्कृति के पुरोधा, युग प्रवर्तक, महान विचारक एवं युवाओं के आदर्श स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर रविवार को बिहार के नगर विकास एवं आवास मंत्री माननीय श्री नितिन नवीन जी द्वारा भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी गयी। माननीय मंत्री जी ने पटना के मौर्या लोक परिसर स्थित स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया।
वहीं, इस दौरान माननीय मंत्री जी ने कहा कि 12 जनवरी, 1863 को कलकत्ता में जन्मे स्वामी विवेकानंद जी के क्रांतिकारी विचार आज भी नौजवानों के दिलो-दिमाग में जोश भर देती है। स्वामी विवेकानंद का कहना था कि युवा राष्ट्र की असली शक्ति हैं। उनके तर्क और विचार युवाओं के लिए आज भी प्रेरणास्रोत का काम करता है। स्वामी विवेकानंद की सबसे प्रसिद्ध पंक्ति “उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए” के सिद्धांत को हर युवा द्वारा अनुसरण किया जाना चाहिए।
वहीं, माननीय मंत्री जी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी भारतीय संस्कृति के सच्चे वाहक एवं भारतीय ज्ञान प्रणाली के प्रतीक हैं। उन्होंने अपने समय में भारतीय संस्कृति के सार को आधुनिक विचारों के साथ मिलाकर नई पीढ़ी के हिसाब से फिर से परिभाषित किया। उन्होंने अपने ज्ञान और कर्म से सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व को जागृत किया। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सर्व धर्म समभाव के विचार को मजबूती प्रदान की। उन्होंने भारत की धार्मिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक चेतना को हमेशा आगे रखा। स्वामी जी के विचार, साधना एवं समाज के प्रति उनका समर्पण हमारी युवा पीढ़ी को सदैव प्रेरित करती रहेगी।