महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सिंधुदुर्ग जिले के सावंतवाड़ी में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि वे कभी भी मोदीजी के दुश्मन नहीं थे और आज भी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि शिवसेना पहले एनडीए का हिस्सा थी और उनके साथ थी, लेकिन मोदीजी ने उन्हें खुद से दूर कर दिया।
उनके इस बयान के बाद कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। कुछ लोगों का मानना है कि उद्धव ठाकरे बीजेपी के साथ वापस आने की कोशिश कर रहे हैं।
नीतीश कुमार का उदाहरण:
इसके पीछे एक कारण बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का एनडीए में वापसी का हो सकता है। अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद नीतीश कुमार ने भाजपा से हाथ मिला लिया और बिहार में एनडीए सरकार में शामिल हो गए।
उद्धव ठाकरे के बयान के मुख्य बिंदु:
- उद्धव ठाकरे ने कहा कि वे कभी भी मोदीजी के दुश्मन नहीं थे और आज भी नहीं हैं।
- उन्होंने कहा कि शिवसेना पहले एनडीए का हिस्सा थी और उनके साथ थी, लेकिन मोदीजी ने उन्हें खुद से दूर कर दिया।
- उन्होंने कहा कि उनका हिंदुत्व और भगवा ध्वज आज भी लहरा रहा है, लेकिन भाजपा उस भगवा झंडे को फाड़ने की कोशिश कर रही है।
- उन्होंने यह भी कहा कि यदि भाजपा लोकसभा चुनाव फिर से जीतती है तो अगले साल कोई गणतंत्र दिवस नहीं होगा।