प्रदेश में जातीय जनगणना को लेकर सीएम नीतीश कुमार की नेतृत्व में सर्वदलीय बैठक खत्म हो चुकी है। जिसमें विकासशील इंसान पार्टी (VIP) को नहीं बुलाए जाने पर वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी (Mukesh Sahani) नाराज नजर आ रहे है। वैसे तो उन्होंने जातीय जनगणना को लेकर हो रही सर्वदलीय बैठक को अपना पूरा समर्थन दिया था। वह और उनकी पार्टी हमेशा से जातीय जनगणना के पक्ष में ही रही है।
शिक्षा मंत्री को भेजा पत्र
वहीं पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने बताया कि सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में प्रधानमंत्री के साथ हुई सर्वदलीय बैठक में भी उन्होंने भाग लिया था, लेकिन जब बिहार सर्वदलीय बैठक में वीआईपी पार्टी को निमंत्रण क्यों नहीं भेजा गया। जबकि जातिगत जनगणना के पक्ष में उनकी पार्टी ने सीएम का समर्थन दिया है। बता दें कि मुकेश सहनी ने इस संबंध में शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी को एक पत्र भी भेजा है।
मुकेश सहनी नाराज
भेजे गए पत्र में वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी ने कहा कि विगत चुनाव में जिन राजनीतिक दलों को जन समर्थन प्राप्त हुआ है उनसे सर्वदलीय बैठक में विचार विमर्श करना चाहिए। साथ ही मुकेश सहनी ने कहा कि वीआईपी पार्टी का वर्तमान में बिहार विधान सभा में 4 सदस्य थे पर अब कोई सदस्य नहीं है। हालांकि बिहार विधान परिषद में वह खुद एक सदस्य के रूप में पदस्थापित है, जिस नाते वीईपी पार्टी का भी इस बैठक में होना अनिवार्य था ।
सर्वदलीय बैठक खत्म
गौरतलब हो कि सीएम नीतीश कुमार नेतृत्व में जातीय जनगणना पर सभी राजनीतिक दलों के साथ सर्वदलीय बैठक चल रही है। जहां भाजपा की और से उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, राजद सांसद मनोज झा, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा, एआईएमआईएम के नेता अख्तरुल इमान, भाकपा माले के नेता महबूब आलम, सीपीआई से राम नरेश पांडे, सीपीआईएम से ललन चौधरी बैठक में मौजूद रहे। वहीं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने पहले ही सभी दलों से सर्वदलीय बैठक में भाग लेने की अपील कर दी थी। जहां प्रदेश में जातीय जनगणना सुचारू रूप से कराए जाने पर विचार-विमर्श कर जातीय जनगणना कराने का फैसला ले लिया गया है।