बिहार में 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2025) की तैयारी में सभी राजनीतिक पार्टी दल लगे हुए हैं। सभी नेता बिहार की यात्रा कर रह हैं। इसी दौरान वीआईपी अध्यक्ष मुकेश सहनी भी 1 वर्षों के लिए बिहार की यात्रा पर निकल चुके हैं। यात्रा का नाम है ‘सरकार बनाओ और अधिकार पाओ’। सहनी यात्रा के दौरान जिले में रात्रि विश्राम करते हैं और अपने पार्टी के नेताओं से मिलते हैं और पार्टी को मजबूत करने में लगे हुए हैं।
दो दिन पहले हाजीपुर पहुंचे मुकेश सहनी ने NDA और INDI गठबंधन को साफ मैसेज दे दिया कि वो किसी के पिछलग्गू नहीं हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि बिहार में कोई भी गठबंधन यह डिसाइड ना करें कि हम मुकेश सहनी के साथ गठबंधन करेंगे। हम खुद तय करते हैं कि हमको किसके साथ राजनीति करना है। हम अपने विचारों के साथ राजनीति करते हैं। हम बिहार में तीन बार चुनाव लड़ रहे हैं। 2019, 2020 और 2024 में, जिसमें एक गलती सामने आई है। वह यह कि हम बूथ पर मजबूत नहीं है और हम दूसरे राजनीतिक दल के दमपरचुनाव लड़ते हैं। चाहे वह RJD हो या BJP हो।
लेकिन अब मुकेश सहनी यह गलती को सुधारने के लिए पूरे तरीके से कमर कस लिए हैं और बिहार के दो बड़ी पार्टी, भाजपा और RJD के सामने अपना मजबूत नेता खड़ा करने की तैयारी में है। सहनी ने अपने समर्थकों और नेताओं से कहा है कि आप वैसे नेता को प्रखंड स्तर का नेता बनाएं जो भाजपा और RJD के नेता से आंख में आंख डालकर बात कर सके।
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देख जाए तो मुकेश सहनी सीधे तौर पर बिहार के दो बड़े राजनीतिक पार्टी को अपने निशाने पर ले रहे हैं और उनसे बराबरी कर रहे हैं और उनके सामने अपने मजबूत नेता को खड़ा कर राजनीतिक जमीन तैयार करने में लगे हैं। भले ही मुकेश सहनी महागठबंधन में हैं लेकिन अपने ही गठबंधन के बड़े पार्टी RJD को आंख दिखा रहे हैं। इससे यह साफ हो रहा है कि मुकेश सहनी अकेले अपनी शक्ति बढ़ाने की फिराक में हैं।