बिहार की राजनीति में विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी की हालत ‘बेचारे’ की तरह हो गयी है। जिन्हें ना अपनी गठबंधन से ढंग से सम्मान मिल रहा है, ना ही सरकार उन्हें किसी लायक समझ रही है। यहीं वजह है कि उनके बार-बार कहने और जान का खतरा होने के बावजूद केंद्र सरकार की तरफ से उन्हें सुरक्षा नहीं दी जा रही है। उनका कहना है कि कई बार आवेदन देने के बाद भी ऐसा क्यों किया जा रहा ये मेरी सुरक्षा से पड़े है।
दरअसल, विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी को अब तक वाई प्लस सुरक्षा नहीं मिली है। गृह विभाग ने खतरे को देखते हुए उन्हें यह सुरक्षा देने की सिफारिश की थी लेकिन इस बात को एक महीने बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। वीआईपी ने इस लापरवाही पर विरोध जताया है। वीआईपी नेताओं का कहना है कि सरकार ये भेदभाव क्यों कर रही है हमारी समझ से परे है।
वहीं, पार्टी के कई नेताओं का कहना है कि हमारे नेता को जान का खतरा है। जिसे देखते हुए गृह विभाग ने उन्हें सुरक्षा देने की अनुशंसा तक की है। लेकिन सरकार ने इसे इग्नोर कर दिया है। उन्होंने कहा इस भेदभाव की क्या वजह है यह पार्टी और सहनी की समझ से परे है। उनका कहना है कि नवादा कांड सरकार की बड़ी लापरवाही है और ऐसा उनके नेता के साथ भी हो सकता है।