नीतीश कैबिनेट से इस्तीफा देने के बाद संतोष सुमन का बयान आया है। संतोष सुमन ने कहा, कोई नाराजगी नहीं हुई है। जदयू चाहती थी कि हम अपनी पार्टी को उनके साथ मर्ज कर दें। नीतीश कुमार हमसे बार-बार कह रहे थे कि अपनी पार्टी का विलय जेडीयू में कर लीजिए। लेकिन हमें वो मंजूर नहीं था। हम अकेले संघर्ष करेंगे। हमें जदयू में विलय नहीं करना है। नीतीश कुमार हमारा अस्तित्व ही खत्म करना चाह रहे हैं। हम हर हाल में पार्टी बचाकर रखेंगे। इसलिए हमने इस्तीफे का विकल्प चुना है। संतोष सुमन ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि मेरा इस्तीफा स्वीकार कर लें।
सीट नहीं देंगे, तो हम अपना रास्ता देखेंगे
संतोष सुमन ने कहा कि हम बीजेपी के साथ जाएंगे या नहीं ये अलग बात है। हम तो अपना अस्तित्व बचा रहे हैं। नीतीश कुमार हमारा अस्तित्व खत्म करना चाह रहे हैं। हम नीतीश कुमार के लिए अपनी पार्टी कैसे तोड़ दें। अभी हम महागठबंधन में हैं। कोशिश करेंगे कि उसी में रहें, लेकिन अगर सीट नहीं देंगे, तो हम अपना रास्ता देखेंगे। संतोष सुमन मांझी ने 5 लोकसभा सीटों पर लड़ने का ऐलान किया। जीतन मांझी भी भी नीतीश के सामने मांग रखी थी कि उनकी पार्टी 5 लोकसभा सीटों पर लड़ेगी।
महागठबंधन छोड़ एनडीए में हो सकते हैं शामिल
हम पार्टी के 4 विधायक हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि जीतन राम मांझी महागठबंधन छोड़कर एनडीए में शामिल हो सकते हैं। इससे पहले इसी साल 13 अप्रैल को मांझी ने दिल्ली जाकर गृहमंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की थी। अमित शाह से मुलाकात के दौरान मांझी ने माउंटेन मैन के नाम से प्रसिद्ध दशरथ मांझी और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने की मांग उठाई थी। मांझी और अमित शाह की मुलाकात से एक बार फिर संकेत मिलने लगे थे कि 2024 से पहले वह एनडीए में वापस आ सकते हैं। हालांकि, मांझी हमेशा इस बात से इनकार करते आए हैं।