नरेंद्र मोदी की अगुवाई में एनडीए की तीसरी सरकार बन चुकी है। मोदी कैबिनेट का विस्तार भी हो चुका है। पीएम मोदी समेत 72 मंत्रियों ने शपथ ले ली है और उन्हें विभाग भी आवंटित किए जा चुके हैं। इस नए मंत्रिमंडल में कई नए चेहरे हैं तो कई पुराने गायब भी हैं। इन सबके बीच जो चर्चा का विषय बना है, वो ये है कि मोदी कैबिनेट में मुसलमान मंत्री नहीं हैं। मोदी सरकार ने ऐसा क्यों किया, ये पीएम मोदी ही जानें। लेकिन फिलहाल स्थिति यही है कि मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में कोई मुसलमान मंत्री नहीं बनाया गया है।
सांसद बनते ही मुश्किल में फंसे पप्पू यादव, 1 करोड़ की रंगदारी मांगने के आरोप में दर्ज हुआ FIR
ऐसा नहीं है कि मोदी सरकार ने मुसलमान मंत्रियों से परहेज किया है। 2014 में अपने दम पर 282 सीटें जीतने के बाद जब पहली बार मोदी मंत्रिमंडल का गठन हुआ तो तीन तीन मुसलमान नेताओं को मंत्री बनाया गया। इनमें नजमा हेपतुल्लाह, मुख्तार अब्बास नकवी और एमजे अकबर शामिल थे। ये तीनों राज्यसभा से चुने गए थे।
लेकिन मोदी सरकार के दूसरे मंत्रिमंडल में मुसलमान मंत्री की संख्या 1 रह गई। तब सिर्फ मुख्तार अब्बास नकवी को ही मोदी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। मुख्तार अब्बास नकवी भी 2022 तक मंत्रिमंडल में रहे और उसके बाद कैबिनेट से बाहर हो गए।
अब जब मोदी सरकार पहली बार बिना भाजपा के बहुमत के बनी है, कोई मुसलमान मंत्री शामिल नहीं किया गया है। न तो भाजपा ने अपने किसी मुसलमान नेता को मंत्री बनाया और न ही सहयोगी दल ने। आंध्र प्रदेश में मुसलमानों को आरक्षण देने वाली टीडीपी ने भी कोई मुस्लिम मंत्री नहीं बनाया है।
हालांकि ऐसा नहीं है कि मोदी सरकार के तीसरे मंत्रिमंडल में अल्पसंख्यकों से दूरी है। कुल 5 अल्पसंख्यक समाज के नेताओं को मंत्री बनाया गया है लेकिन इनमें मुसलमान नहीं है। जिन 5 अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं को मंत्री बनाया गया है, उनमें सिख समुदाय से हरदीप सिंह पुरी और रवनीत सिंह बिट्टू, बौद्ध समुदाय से रामदास आठवले और किरेन रिजिजू शामिल हैं। इसके अलावा ईसाई समुदाय के केरल से आने वाले जॉर्ज कुरियन भी मंत्रिमंडल में शामिल हैं। इनमें रवनीत सिंह बिट्टू लोकसभा चुनाव में हार गए थे जबकि जॉर्ज कुरियन ने चुनाव ही नहीं लड़ा था। इनके लिए राज्यसभा से सदन के लिए रास्ता बनाया जाएगा।
वैसे बात भाजपा के अन्य सरकारों की करें तो वाजपेयी सरकार में मुसलमानों को प्रतिनिधित्व मिला था। मुख्तार अब्बास नकवी के साथ सैयद शाहनवाज हुसैन, उमर अब्दुल्ला जैसे नेता वाजपेयी मंत्रिमंडल में शामिल थे।