आजकल RCP सिंह को लेकर ख़बरों का बाजार काफी गर्म है । उनके आगे के राजनैतिक भविष्य को लेकर अलग-अलग अंदाजे लगाएं जा रहे हैं । बता दें कि 7 जुलाई गुरुवार को उनके राज्यसभा कार्यकाल पूरा हो गया है । इससे पूर्व ही 6 जुलाई को वे केंद्रीय मंत्री मंडल पद से इस्तीफा दे चुके हैं । अब उनका राजनैतिक भविष्य क्या होगा इस बात को लेकर काफी अटकलें लगाएं जा रहे हैं । जिसका एक कारण यह भी है कि RCP सिंह ने खुद भी इस बात को लेकर अपनी चुप्पी नहीं तोड़ी है ।
JDU से रिश्ते सुधारने पर कर सकते हैं काम
राजनीती में पावर सेंटर से मनमुटाव का खामियाजा भुगतना ही पड़ता है । जो अभी RCP सिंह के साथ हो रहा है वो इसी का एक रूप है । बीते कुछ समय से नीतिश कुमार और RCP सिंह में दूरियां बनती ही जा रही थी । कभी वो नीतिश कुमार के बहुत करीबियों में से एक थे । पर दोनों के बिच के रिश्ते समय के साथ बिगड़ते चले गए । ये दुरी उस वक्त और ज्यादा हो गयी जब नीतिश कुमार ने इस बार RCP सिंह को राज्य सभा न भेज कर किसी और को जेडीयू कि तरफ से राज्यसभा भेज दिया । अब ऐसी संभावनाएं जतायी जा रही है कि अपने राजनैतिक भविष्य को सवारने के लिए JDU से रिश्ते सुधरने पर काम कर सकते हैं ।
कोई दूसरी पार्टी कर सकते हैं ज्वाइन
जिस तरह से उनके और JDU के बिच तल्खियां बढ़ी है उससे ऐसा भी लगता है कि वो JDU छोडकर कोई और पार्टी ज्वाइन कर सकते हैं । पिछले दिनों बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ एक तस्वीर बहुत तेजी से वायरल हो रही थी । जिसके बाद से ही ये अटकलें लगाए जाने लगे कि वो बीजेपी ज्वाइन कर सकते है । हलांकि जब मीडिया द्वारा उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी नहीं कहा । जिससे ये अनुमान लगाया जा सकता है कि वो इस बारे में कुछ सोच तो जरुर रहें है पर खुलकर कुछ कहना नहीं चाहते ।
राजनीती से संन्यास ले अपना सकते हैं
एक संभावना ये भी है कि वो अपने राजनितिक पारी का अंत कर के एक नयी शुरुआत कर सकते हैं । पिछले कुछ समय से RCP सिंह अध्यात्मिक गुरुओं और योग गुरुओं से मिल रहे हैं । हो सकता है कि वो अपने आगे का जीवन से जुडकर कर गुजारे । ये महज बस एक अनुमान है, जिसकी संभावनाएं बहुत कम हैं ।