एनडीए के खिलाफ विपक्षी दलों की बैठक मंगलवार को बेंगलुरु में हुई। इस बैठक में विपक्षी एकता का नया नाम “INDIA” दिया गया है। इसका फुल फॉर्म Indian National Developmental Inclusive Alliance है। बैठक के बाद संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस हुई।
प्रेस कांफ्रेंस की मुख्य बातें
- विपक्षी दलों की अगली बैठक महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में होगी।
- दलों में समन्वय के लिए 11 सदस्यीय समिति बनेगी।
- नरेंद्र मोदी और भाजपा विपक्षी दलों की एकता से डर गई है। हमने लोकतंत्र और देश बचाने पर चर्चा की है। ईडी, सीबीआई के जरिए विपक्ष को शिकार बनाने का प्रयास किया जा रहा है। : मल्लिकार्जुन खड़गे, राष्ट्रीय अध्यक्ष, कांग्रेस
- आज से चुनौती की शुरुआत हो रही है। देश आज खतरे में है। देश में लोगों की आजादी पर हमला हो रहा है। भाजपा का काम खरीदना-बेचना हो गया है। देश बचाना है तो भाजपा को हटाना पड़ेगा। : ममता बनर्जी, सीएम, पश्चिम बंगाल
- आज हम सभी 26 पार्टियां एक पक्ष में दिख रही हैं। नरेंद्र मोदी नौ साल में बहुत कुछ कर सकते थे, लेकिन उन्होंने अर्थव्यवस्था को बरबाद कर दिया। हर सेक्टर को बर्बाद कर दिया गया। मोदी सरकार से देश का हर तबका दुखी है। ऐसे भारत का सपना लेकर हम इकट्ठा हुए हैं जिसमें सबके लिए एक समान मौका हो। : अरविंद केजरीवाल, सीएम, दिल्ली
- तानाशाही के खिलाफ जनता इकट्ठी हो रही है। देश हमारा परिवार है और हम देश के लिए लड़ रहे हैं। हमारी लड़ाई एक पार्टी के खिलाफ नहीं है, तानाशाही के खिलाफ हैं। देश के जनता के मन में डर है। दो मीटिंग हुई है और हम कामयाब रहे हैं। अगली मीटिंग मुंबई में करेंगे। : उद्धव ठाकरे, पूर्व सीएम, महाराष्ट्र
- भाजपा की विचारधारा, उनकी सोच के हम खिलाफ हैं। बेरोजगारी देश में फैली हुई है। देश का पूरा धन चुने लोगों के हाथ में जा रहा है। यह लड़ाई भाजपा और विपक्ष के बीच में नहीं है। यह लड़ाई देश के आवाज के लिए है। इसलिए हमने Indian National Developmental Inclusive Alliance नाम चुना है। यानि इंडिया वर्सेस एनडीए। : राहुल गांधी, पूर्व अध्यक्ष, कांग्रेस