लोकसभा चुनाव का नतीजा तो आ चुका है, लेकिन अभी उन नतीजों पर राजनीति और भी होनी है। कांग्रेस और दूसरे विरोधी दल भाजपा और एनडीए को रोक नहीं सके। भाजपा की सरकार भी बनी और एनडीए के मंत्रियों ने शपथ भी ले ली। इस बीच AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की एक पुरानी बात सबको याद आने लगी है जिसमें ओवैसी ने कहा था कि लालू-तेजस्वी भाजपा को रोक ही नहीं सकते। हुआ भी यही। 4 सीटों पर राजद सिमट गया लेकिन AIMIM को भी सीट नहीं मिली। इसी का बदला लेने का ऐलान असदुद्दीन ओवैसी ने किया है।
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एक निजी मीडिया संस्थान से बात करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि बिहार में हमने अपनी लड़ाई सीमांचल के इंसाफ के नाम पर हमने शुरू की थी। पूरे भारत में यह इलाका सबसे पिछड़ा हुआ है। सीमांचल के इंसाफ की लड़ाई आगे भी जारी रहेगी।
लोकसभा चुनाव के दौरान लालू यादव, तेजस्वी यादव और राजद की भूमिका पर ओवैसी ने कहा कि “इन्होंने हमारे 4 विधायकों को खरीदा है। किशनगंज के पोलिंग के दिन लालू यादव ने वीडियो जारी कर कहा कि ओवैसी की पार्टी को वोट नहीं दो।”
ओवैसी लालू यादव और तेजस्वी यादव पर नाराज हैं। इसी नाराजगी में उन्होंने पाटलिपुत्र सीट से मीसा भारती के खिलाफ उम्मीदवार उतारे। ओवैसी की पार्टी को बिहार में सिर्फ 0.88 फीसदी वोट मिले। अब इस नाराजगी पर ओवैसी का कहना है कि “लालू यादव और तेजस्वी यादव के कर्ज हैं हम पर। इन्होंने हमारे विधायकों को खरीदा। प्रचार बंद होने के बाद हमारे खिलाफ वीडियो संदेश जारी किए। हम सभी कर्जों का भुगतान करेंगे और आने वाले विधानसभा चुनाव में ही करेंगे।” ओवैसी ने यह भी कहा कि “हम किसी का कर्ज रखते नहीं।”