एकतरफ आज नरेंद्र मोदी शाम सवा 7 बजे तीसरी बार PM पद की शपथ लेने वाले हैं। वहीं दूसरी ओर JDU प्रवक्ता केसी त्यागी (KC Tyagi) ने दावा किया है कि इंडिया गठबंधन की ओर से नीतीश कुमार को पीएम पद का ऑफर दिया गया था। उनका कहना है कि चुनाव के नतीजों की घोषणा होते ही याने 4 जून को ही INDIA गठबंधन के बड़े-बड़े नेता और कांग्रेस नीतीश कुमार और JDU को अपनाने में लग गए। जो नीतीश कुमार को संयोजक बनाने के लिए तैयार नहीं थे, उन्हें प्रधानमंत्री पद का ऑफर आया।
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केसी त्यागी के इस दावे पार पूर्णिया से नवनिर्वाचित निर्दलीय सांसद पप्पू यादव कहते हैं कि मुझे नहीं पता कि उन्हें (नीतीश कुमार) पीएम की कुर्सी किसने ऑफर की। वे सबूत क्यों नहीं देते? नीतीश कुमार आखिरी चरण में हैं राजनीति। अगर उन्हें प्रधानमंत्री पद की पेशकश की गई थी तो उन्हें यह प्रस्ताव स्वीकार करना चाहिए था। उनका नाम बिहार के पहले पीएम के रूप में दर्ज किया गया होता। अगर वह ऑफर दिया गया था तो उन्हें इसे अस्वीकार नहीं करना चाहिए था। बिहार को ‘विशेष राज्य का दर्जा’ देना उनके हाथ में होना चाहिए था।
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कांग्रेस ने कहा- झूठ बोल रहे केसी त्यागी
इस मामले में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि वे झूठ बोलते हैं। नीतीश कुमार को कोई ऑफर नहीं दिया गया। कांग्रेस नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा, वे कुछ भी कह सकते हैं क्योंकि उनका दोबारा मन बन रहा होगा कि वे वापस आ जाए। ऐसी राजनीति हमें नहीं चाहिए। हमारे पास और भी नेता हैं और अगर उनका मानना है तो उन्हें INDIA गठबंधन में आना चाहिए और देशहित की बात करनी चाहिए। इधर CWC की बैठक के बाद पत्रकारों ने भी ये सवाल उठाया। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि हमें ऐसी कोई जानकारी नहीं है।
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RJD ने जुमलेबाजी बताया
केसी त्यागी के दावे को RJD ने जुमलेबाजी करार दिया। पार्टी के प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा है कि केसी त्यागी प्रस्ताव देने वाले का नाम बताएं। आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा है कि बड़ी बात यह कि राजनीति न एक दिन में शुरू होती है और न एक दिन में खत्म। केसी त्यागी जो बातें कह रहे हैं, उसको तथ्यों के साथ सामने लाए। किस नेता ने प्रस्ताव दिया था। आप जुमलेबाज पार्टी के साथ हैं तो आप भ्रम और जुमलेबाजी करके अपनी राजनीतिक स्थिति को बनाए रखना चाहते हैं।