मंगलवार को जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सांसद पप्पू यादव ने अपने आवास पर प्रेस वार्ता की। प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने महागठबंधन में JAP को शामिल नहीं करने पर हैरान जताते हुए कई सवाल उठाये हैं। उन्होंने कहा कि वह अगस्त तक इंतजार करेंगे। अगर महागठबंधन में शामिल नहीं किया जाएगा। तो वह अकेले ही पांच सीटों पर चुनाव लड़ेगे। इसके साथ ही विधानसभा मार्च को लेकर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या कारण जो पार्टी बिहार में 17 साल शासन में रही है, वो विधानसभा मार्च में सड़क पर दो हजार की भीड़ भी नहीं जुटा सकी।
जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने कहा कि मैंने महाठबंधन के बड़े नेताओं और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी आग्रह किया है कि मुझे महागठबंधन का हिस्सा बनाया जाए लेकिन इस विषय पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है। उन्होंने ये भी कहा कि, मैंने लालू प्रसाद यादव से मिलकर भी आग्रह किया था कि मुझे महागठबंधन का हिस्सा बनाया जाए, लेकिन उन्होंने कहा तेजस्वी यादव इसका निर्णल लेंगे लेकिन पता नहीं क्या कारण है कि मुझे अभी तक महागठबंधन में शामिल नहीं किया गया है।
“कांग्रेस को तय करना होगा की मैं महागठबंधन का हिस्सा हूं या नहीं”
पप्पू यादव ने महागठबंधन को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि कांग्रेस को तय करना होगा की मैं महागठबंधन का हिस्सा हूं या नहीं। अगस्त तक मुझे महागठबंधन में शामिल नहीं किया गया तो मेरी 5 सीटों पर ही तैयारी होगी। जनता से पूछकर अकेले 3 से 5 सीटों पर चुनाव लड़ूँगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बड़ा दिल दिखाते हुए ममता बनर्जी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को विपक्षी एकजुटता को लेकर साथ आई है, लेकिन बिहार में क्या कारण है कि महागठबंधन बड़ा दिल दिखाते हुए मुझे साथ लेने को तैयार नहीं है। पप्पू यादव ने कहा कि जब भी महागठबंधन पर हमला हुआ है, एनडीए और पीएम मोदी पर सबसे पहला हमला करने का काम जाप पार्टी और पप्पू यादव करते है। केरला स्टोरी, कश्मीर फाइल, आदिपुरुष जैसी प्रोपगैंड फिल्मों को हमेशा विरोध करता हूं।
“17 साल शासन मे रहने के बाद भी दो हजार भीड़ न जुटा पाई BJP”
वहीं, पप्पू यादव ने बीजेपी के बिहार विधानसभा मार्च को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि क्या कारण है जो पार्टी बिहार में 17 साल शासन में रही है, इसके बावजूद भी विधानसभा मार्च को लेकर सड़क पर उतरी तो दो हजार की भीड़ नहीं जुटा सकी। भाजपा के राज्यसभा सांसद ऋतुराज सिन्हा के माध्यम से इस विरोध मार्च में SIS के गार्ड को बुलाना पड़ा। जिसके बाद विधानसभा मार्च में मिर्ची पाउडर का इस्तेमाल करना पड़ा है। वहीं, इस मार्च में बिहार बीजेपी ने शिक्षक बहाली में डोमिसाइल नीति के बाहर में कुछ साफ नहीं किए और सिर्फ तेजस्वी- तेजस्वी रटते रहे।
वहीं, पप्पू यादव ने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि एनडीए में एक व्यक्ति है जो अपने बदौलत राजनीति नहीं करना चाहता है। अजीत पवार, मणिपुर, चिराग पासवान समेत कई सहयोगियों के भरोसे हैं। वहीं, उन्होने कहा कि कहा कि मैं मर जाउंगा लेकिन राजनीति, सत्ता के लिए के लिए नफरत, जाति-धर्म का सहारा कभी नहीं लूंगा। मैं समाज के लिए सभी तबके के साथ हमेशा खड़ा रहता हूं। जीने की स्वतंत्रता का कभी विरोध नहीं करुंगा।
“देश की 90 फीसदी आबादी को जस्टिस नहीं मिल पाता”
उन्होंने आगे कहा कि लंबे समय से कांग्रेस के साथ खड़ा रहा हूं, मेरा प्रयास है कि वसुधैव कुटुम्बकम जो भारत में है, उसकी रक्षा हो। मेरा प्रयास है कि गरीब आदमी को न्याय मिले। देश की 90 फीसदी आबादी को जस्टिस नहीं मिल पाता है। आर्थिक रुप से सभी लोगों की मदद करता हूं। किसान, बेरोजगार, युवा, महिलाओं, मीडिल क्लास, लोअर मीडिल क्लास के लिए साथ हमेशा खड़ा रहूंगा।
पप्पू यादव ने कहा कि मेरी लड़ाई अपराधी, माफिया और लूटेरे पूंजीपतियों, भ्रष्ट नेताओं और नफरत पैदा करनेवाले नेताओं के खिलाफ है। मैं शुरु से ही कोसी, सीमांचल, मिथिलांचल जहां से मेरी राजनीति की शुरुआत हुई। मैं हमेशा बिहार की आर्थिक-समाजिक प्रगति चाहता हूं। वर्तमान समय में अभी नफरत की राजनीति, गाली-गलौज की राजनीति, देश के सभी विविधताओं को चैलेंज करना, आज देश में जाति के आधार पर डर भी है कि बोलू या नहीं बोलूं। आज आम आदमी को देश में बोलने की आजादी नहीं है। देश में संविधान और लोकतंत्र खतरे में है। मौके पर प्रदेश अध्यक्ष राघवेन्द्र कुशवाहा, राष्ट्रीय महासचिव राजेश पप्पू, प्रधान महासचिव अभिजीत सिंह मौजूद थे।