पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने अपने भतीजे चिराग पासवान के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली है। खगड़िया में गुरुवार को उन्होंने चिराग का बिना नाम लिखे इशारों में बोला कि इस चांडाल के कारण बड़े भाई को अंतिम समय में नहीं देख पाया, जो जैसा करेगा, उसे वैसा ही फल मिलेगा। सत्य की हमेशा जीत हुई है।
लोजपा के स्थापना दिवस पर पैतृक गांव खगड़िया के शहरबन्नी गांव में कार्यक्रम का आयोजन था। इसमें पशुपति पारस भी पहुंचे थे। इस दौरान ही उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि इस चांडाल की वजह से भगवान समान अपने बड़े भाई को अंतिम समय में नहीं देख पाया था।
कोरोना की वजह बताकर मुझे और मेरे परिवार के किसी भी सदस्य को बड़े भाई साहब से मिलने नहीं दिया गया। जबकि अंतिम समय में रामविलास पासवान परिवार के सभी लोगों को खोज रहे थे। पशुपति पारस ने कहा कि जो जैसा कर्म करेगा, उसे वैसा फल मिलेगा। मैं सत्य पर हूं,और सत्य की हमेशा विजय होती है। पशुपति पारस ने कहा कि आज इसी परिवार में प्रिंस राज पासवान सांसद बने, चिराग पासवान भी सांसद बने। एक परिवार से पांच सांसद बनाए गए। हम लोगों ने उनको इलाज कराया, लेकिन उनको बचा नहीं पाया।