हाजीपुर के एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने अतीक मर्डर को लेकर बड़ा बयान दिया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यूपी में कुछ भी गलत नहीं हुआ हैं। बदमाश को गोली मारी जाएगी ना की मिठाई खिलाई जाएगी। साथ ही कहा कि यूपी की सरकार सबसे अच्छी सरकार हैं। जिन्हें बुलडोजर बाबा के नाम से जानते हैं। साथ ही नित्यानंद राय का महागठबंधन के खिलाफ दिए बयानों को सही बताते हुए कहा कि, नित्यानंद राय ने बिहार में अपराधिक घटनाओं का सही आंकड़ा जारी किया है। महागठबंधन के लोगों का काम ही है अपराधियों को संरक्षण देना।
महागठबंधन के लोगों का काम है अपराधियों को संरक्षण देना
दरअसल, अपने संसदीय इलाके में एक कार्यक्रम के तहत पहुंचे, केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा कि, अतीक और अशलम कोई शरीफ इंसान नहीं था। उसे अपने गलत कामों का परिणाम मिला है। यूपी में बुलडोजर बाबा नामी है। वहां जो क्राइम करेगा उसे गोली मारी जाएगी। उसे मिठाई नहीं खिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि पूरा देश कहता है कि यूपी मॉडल सबसे सही है।
ऐसे भी वहां की पुलिस हत्याकांड की जांच कर रही हैं। ऐसे में आरजेडी जेडीयू के लोग क्या कहते हैं मैं वो नही जानता हूं। कुछ दिनों पहले हमारे सहयोगी नित्यानंद राय ने जो बिहार की अपराधिक घटनाओं का आंकड़ा जारी किया है वह बिल्कुल सही है। महागठबंधन के लोगों का काम ही है अपराधियों को संरक्षण देना।
देश में दंगा फैलाने और आपसी मतभेद पैदा करने की साजिश
वहीं, पटना में नमाज पढ़ने के दौरान अतीक अहमद के पक्ष और यूपी सरकार के खिलाफ जो नारा लगाए गए थे उसको लेकर मंत्री ने कहा कि, यह देश में दंगा फैलाने और आपसी मतभेद पैदा करने की साजिश है।
इसके जरिए देश को बांटने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि, उससे पहले भी अफज़ल गुरु के नारे लगाए गए थे। जो देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। इस पर नया कानून बनानी चाहिए, और गलत बयान देने वालों के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही की जानी चाहिए।
बिहार में चारों तरफ से हाहाकार है
वहीं बिहार में हुई तत्कालीन अपराधिक घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि, बिहार की प्रशासन तंग हो गई है। उन्होंने कहा कि लालगंज में दलित नेता राकेश पासवान की जिस दिन गोली मारकर हत्या की गई थी उसी दिन सोनपुर में बैंक लूट के दौरान दो होमगार्ड के जवानों को भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बिहार में चारों तरफ से हाहाकार है। साथ ही कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी हैं जो दया के पात्र हैं, किसी भी डिसीजन को लेने से पहले तेजस्वी की तरफ मुड़कर देखते हैं तेजस्वी के वजह से ही मुख्यमंत्री जी कुछ भी निर्णय लेना नहीं चाहते हैं।