मंत्री मुकेश साहनी (Minister Mukesh Sahni) के इस्तीफे की मांग और विधानसभा में भी उठने लगी है। बीजेपी के विधायक हरि भूषण बेचोल ने मुकेश सहनी को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की मांग एक बार फिर कर दी है। उन्होंने का कि जिस तरह मुकेश सहनी ने सारी मर्यादाओं को लांघा है वह रिजेक्टेड थें। उनको भारतीय जनता पार्टी ने प्रोजेक्टेड किया। सांसद का चुनाव हार गए थें। विधायक का चुनाव हर गए थें फिर भी उनको मंत्री बनाया गया।
पार्टी में एक से एक सहनी समाज के नेता
हमारे पार्टी में एक से एक सहनी समाज के नेता है चाहे वह अजय निषाद हों या जदयू के मदन सहनी हों। अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी जरूर इस बात को लेकर सोचेंगी। वहीं एक सवाल के जवाब में कि मुकेश सहनी पार्टी छोड़ देंगे तो सरकार गिर जाएगी जवाब में हरि भूषण बेचोल ने कहा कि वह छोड़ कर देखें कि क्या होता है। हरि भूषण बेचोल ने मुकेश सहनी को बुद्धि नहीं है यहां तक कह दिया।
मुकेश सहनी का कम चांस
वहीं एमएलसी चुनाव को लेकर कहा कि अब मुकेश सहनी का कम चांस है। हम अपने पार्टी से खुलेआम मांग करते हैं कि मुकेश सहनी को पार्टी से निकाला जाए। उनको परिषद नही भेजने को लेकर बीजेपी के बड़े नेताओं को पत्र लिखेंगे। वहीं उन्होंने कहा कि मुकेश सहनी ने बीजेपी का काफी नुकसान किया है और वैसी स्थिति में उन्हें मंत्री पद पर नहीं बना रहना नहीं चाहिए। उनको जल्द से जल्द इस्तीफा देने की जरूरत है।
कांग्रेस भी समर्थन में
जिसका कांग्रेस ने भी समर्थन किया है। कांग्रेस के विधायक और मुख्य सचेतक राजेश राम ने भी मुकेश सहनी को नसीहत देते हुए जल्द से जल्द इस्तीफा देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मुकेश सहनी जिस समुदाय और वर्ग से आते हैं और उनके हक के लिए नहीं लड़ पा रहे हैं तो आज ही उनको इस्तीफा दे देनी चाहिए। अगर नैतिकता है तो आज ही वह इस्तीफा दे दें ।