जनता दल (यूनाइटेड) के सांसद गिरिधारी यादव ने कहा है कि बिहार में केवल मजदूर हैं, कंपनियां नहीं हैं। जद (यू) सांसद ने यह टिप्पणी उस समय की जब वह सुल्तानपुर में गंगा नदी पर एक निर्माणाधीन सड़क पुल का निरीक्षण कर रहे थे। पुल भागलपुर जिले और खगड़िया के बीच बनाया जा रहा है। बता दें कि 30 अप्रैल को तेज हवा के बीच निर्माणाधीन पुल का करीब 50 मीटर हिस्सा ढह गया था।
कंपनी जिम्मेवार
बांका सांसद ने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार निष्पक्ष जांच करायेगी और पुल के निर्माण का काम जिस कंपनी को सौंपी गई है, उसे ढहने के लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि हम उम्मीद कर रहे थे कि पुल जल्द ही बन जाएगा लेकिन इस तरह की घटना से परियोजना में देरी होगी। यह जांच का मामला है, और कंपनी पर जवाबदेही तय की जानी चाहिए। पुल के निर्माण का अनुबंध एक कंपनी को दिया जाता है जो बिहार से संबंधित नहीं है।
नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षी परियोजना
यहां बिहार में हमारे पास मजदूर हैं लेकिन कंपनियां नहीं हैं। सुल्तानगंज पुल पर 1,710 करोड़ रुपये की लागत आ रही है और इसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक माना जाता है। जद (यू) सांसद ने यह बयान कुमार और उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन द्वारा बिहार में आने के लिए उद्योगों को आमंत्रित करने के बाद दिया। हाल ही में बेगूसराय और पूर्णिया में क्रमशः एक पेप्सी संयंत्र और एक इथेनॉल संयंत्र का उद्घाटन किया गया था।
IIT रुड़की और IIT पटना के विशेषज्ञ द्वारा जांच
इस बीच, बिहार के सड़क निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने पुल के हिस्से के गिरने पर टिप्पणी करते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि IIT रुड़की और IIT पटना के विशेषज्ञ इस हादसे की जांच करेंगे। हमने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और दोषियों को दंडित किया जाएगा। ऐसा लगता है कि पुल का संतुलन ठीक से नहीं किया गया था। IIT रुड़की और IIT पटना के विशेषज्ञ घटना की जांच करेंगे और समय सीमा में सरकार को रिपोर्ट करेंगे।