जदयू के राज्यसभा सांसद महेंद्र प्रसाद यानि किंग महेंद्र की असामयिक मृत्यु के कारण बिहार में एक सीट पर राज्यसभा का उपचुनाव होने जा रहा है। जिसकी घोषणा चुनाव आयोग ने कर दी है। चुनाव आयोग ने 30 मई को उपचुनाव करवा रहा है। आयोग के अधिसूचना के अनुसार दिसंबर 2021 में जेडीयू सांसद महेंद्र प्रसाद की मृत्यु के बाद सीट खाली हो गई थी। जिसके लिए उपचुनाव होने जा रहा है।
हेगड़े की पहचान शांति से काम करने वाले जैसी
वहीं जनता दल यूनाइटेड ने इस उपचुनाव वाली सीट पर अनिल हेगड़े को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है। पार्टी के तरफ से राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने इसकी अधिकारिक जानकारी दी है। अनिल हेगड़े की पहचान शांति से काम करने वाले नेता के तौर पर मानी जाती है। जो बिना लाइम लाइट में रहे जदयू पार्टी के लिए काम करने के लिए जाने जाते हैं। वह पिछले कई सालों से संगठन के साथ-साथ चुनावों की निगरानी भी करते थे। हेगड़े नीतीश कुमार के करीबी भी माने जाते है।
38 वर्षों में पार्टी के विभिन्न पदों पर रह कर काम किया
वहीं हेगडे ने सीएम नीतीश का आभार प्रकट करते हुए कहा कि मेरी कभी भी किसी से मांग नही रही कि मुझे राज्यसभा जाना है। मुझे खुशी है कि मेरे जैसे पार्टी कार्यकर्ता को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है। उन्होंने कहा कि मैं 38 वर्षों से पार्टी में हूं। जदयू का पहला नाम जनता पार्टी था उसके बाद जनता पार्टी से बदल कर जनता दल बन गया। इन 38 वर्षों में पार्टी के विभिन्न पदों पर रह कर काम किया है। बिहार प्रदेश में सचिव भी रहा हूं।
यह भी पढ़ें : – जदयू ने उम्मीवार का किया ऐलान, अनिल हेगड़े को भेजेगी राज्यसभा