चिराग पासवान का गुस्सा आज खुल कर सामने आया। भारतीय जनता पार्टी पर हमला करते हुए कहा कि जहां भी रहो सीमेंटेड का काम करो। हमने भाजपा के साथ हमेशा गठबंधन धर्म को निभाया है। 2017 में भी भाजपा ने नीतीश कुमार को गठबंधन में लाया। उस वक्त मैंने कहा था जब प्रधानमंत्री के लिए नरेंद्र मोदी उम्मीदवार बनाए गए थें. उस वक्त नीतीश कुमार हीं वह व्यक्ति थें जिन्होंने इसका बहिष्कार किया था। उस वक्त हमने बीजेपी का समर्थन किया था। आज हमें जिसने धोखा दिया है वह आप बेहतर समझ रहे हैं। चिराग ने कहा कि किस तरह से महापुरुषों के साथ घटना घटी है वह जनता देख रही है और उसका बदला जनता लेगी।
लोगों के अंदर वेदना है अपमान को लेकर
चिराग पासवान ने राजद नेता, मुकेश सहनी या पप्पू यादव के मुलाकत को लेकर कहा कि यह लोग भी दुखी हैं। तमाम महापुरुषों की तस्वीरों के साथ उनकी मूर्तियों के साथ जिस तरीके से उनका अपमान किया गया उनके अंदर भी आक्रोश है। चिराग ने कहा कि बार-बार मैं इस बात को दोहराता हूं कि चिराग पासवान के घर खाली करने की वजह से साथ कोई नहीं आ रहा है। आज नहीं तो कल मुझे बंगला खाली करना हीं था। चिराग ने कहा कि लोग मुझसे मिलने इसलिए नहीं आ रहें कि बंगला क्यों खाली हुआ। इनलोगों के अंदर भी कहीं न कहीं वेदना है जिस तरह से बाबा साहब और तमाम महापुरुषों के साथ अनादर किया गया।
बंगला से निकलना कानूनी फैसला
बंगला खाली कराने का यह तरीका नहीं होता कि उनकी तस्वीरों को जमीन पर फेंके और उस पर जूता चप्पल चले। मीडिया के एक सवाल के जवाब में क्या बंगला खाली करने के बाद किसी बीजेपी नेता से बात हुई तो चिराग ने कहा कि मेरी व्यक्तिगत संबंध है तो बात होती रहती है। बंगला से निकलना कानूनी फैसला था यह कोई राजनीति फैसला नही था और कानूनी तौर पर मैं इसके लिए काबिल नहीं हूं तो मुझे आज या कल बंगला खाली करना ही था। पर यह तरीका सही नहीं था घर से बाहर करने का कि मूर्तियां तोड़ दो, महापुरुषों के मूर्तियों को खंडित कर दो।
हले से ज्यादा शराब बिक रहा
शराबबंदी संशोधन कानून को लेकर चिराग ने कहा कि यह एक ऐसा कानून है जिसमें लगातार कार्रवाई, बैठक और संशोधन पर संशोधन हो रहा है। कानून धरातल पर नहीं उतर रहा है। सीएम नीतीश को को बताना चाहिए कि विफलता कहां है? वहीं चिराग ने कहा कि सरकार जितना भी संशोधन कर ले लेकिन जबतक भ्रष्ट अधिकारी का जेब गर्म होता रहेगा यह नही रुकने वाला है। चिराग ने कहा कि कौन नही जानता कि पहले से ज्यादा शराब बिक रहा है क्योंकि इससे ब्लैक मनी बहुत कमाया जा रहा है। होम डिलेवरी जब शराब की हो रही हो तो पैसा किसके जेब में जा रहा है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बताना चाहिए।
सबसे बड़ी विफलता शराबबंदी कानून
चिराग ने कहा कि सीएम नीतीश के साथ कौन गिरोह है ऐसा जो यह जानकारी देता है कि यह कानून ढीला कर दो या कस कर दो। इसका मतलब यह हुआ कि नीतीश कुमार किसी के कहने पर ही चल रहे हैं। नीतीश कुमार की सबसे बड़ी विफलता शराबबंदी कानून है। आने वाले समय में बिहार की जनता जिस तरह से प्रताड़ित हुई है। आज नीतीश को याद आ रहा है कि जुर्माना कम कर दो या बढ़ा दो। लाखों गरीब लोग जेल में बंद हैं। बदले की भावना से इस कानून का इस्तेमाल किया जाता है कि मेरा तुमसे बैर है तो दो बोतल घर में शराब डालो और गिरफ्तार करवा दो।
मुख्यमंत्री अब भारतीय का सर्टिफिकेट देने लगें हैं
वहीं सीएम नीतीश को कहा कि मुख्यमंत्री यह बोलते हैं कि जो शराब का सेवन करता है वह महापापी हैं। मुख्यमंत्री अब सर्टिफिकेट देने लगें हैं कि कौन भारतीय है और कौन भारतीय नही। नीतीश कुमार को समझना चाहिए कि बिहार की यही जनता है जिसने पहले नम्बर से आज तीसरे नम्बर की पार्टी बना कर खड़ा कर दिया है। चिराग ने सीएम नीतीश पर तंज कसते हुए कहा कि यूपी सीएम के शपथ समारोह में सामने जा कर नब्बे डिग्री कोण पर नतमस्तक होना पड़ रहा है उस वक्त सीएम को याद नहीं आता की बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मांगना चाहिए।
अपनी सहूलियत के हिसाब से कानून, नीतियां बनाएंगे। जब इनको विशेष राज्य के दर्जे की जरूरत होती है तो मांग उठाएंगे, झुनझुना दिखायेंगे। वहीं अंत में चिराग ने कहा कि मुख्यमंत्री को सहूलियत की राजनीति को बंद कर देनी चाहिए।