बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) में आज भाजपा और राजद के विधायकों ने मिलकर नीतीश सरकार को घेरा। वहीं विधानसभा लखीसराय मसले पर प्रश्नकाल 40 मिनट तक स्थगित रहा। इस मामले को पहले राजद ने सदन में उठाया जिसका साथ भाजपा के विधायकों ने भी तुरंत खड़े होकर शोर गुल करने लगे। दोनों ही दलों के विधायकों ने अध्यक्ष स्पीकर विजय सिन्हा से साफ तौर पर कहा कि यह विधायिका के अपमान का मामला है। सरकार इस मामले में अब तक कार्रवाई क्योंनहीं कर रही है। राजद और भाजपा के विधायकों ने कहा कि जब तक सरकार कार्रवाई की जानकारी नहीं देगी तबतक सदन की कार्रवाई नहीं चलने देंगे।
अबतक कोई कार्रवाई नहीं
वहीं आपको बता दें कि इस मामले पर पहले भी भाजपा और राजद के विधायक साथ मिलकर सदन में आवाज उठा चुके हैं। विधायकों का कहना था कि अध्यक्ष के स्तर से नियमन दिए जाने के बाद भी अब तक दोनों अधिकारियों पर अबतक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। वहीं इस मामले पर बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने सवाल उठाया और कहा कि निर्दोष को पकड़ लिया जाता है। वहीं लखीसराय जिले में दोषी पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। इसी बात को लेकर आज इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुस्सा हो गये और सदन में खुद पहुंच कर इस मामले में बोलने लगे।
सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं
सीएम नीतीश ने कहा कि जो भी काम होगा संविधान के अनुसरूप ही होगा। जहां तक दोषियों पर कार्यवाही की बात है तो न हम किसी को फंसाते हैं और न बचाने का काम करते हैं। स्पीकर विजय सिन्हा को नीतीश कुमार ने कहा कि आप इस तरह से हाऊस चलायेंगे, आप गलत कर रहे हैं। हम ऐसा नहीं चलने देंगे। इस तरह की चर्चा हाउस में नहीं की जाती।
सदन में स्पीकर विजय सिन्हा ने भी सीएम नीतीश को करारा जवाब दिया। विजय सिन्हा ने कहा कि यह मेरे क्षेत्र का मसला है। तीन दिनों तक सदन की कार्यवाही इस मामले को लेकर स्थगित कर दी गई लेकिन सरकार की तरफ से अभी तक कोई जवाब नहीं आया। स्पीकर ने कहा कि हम विधायिका का अपमान नहीं होने देंगे। वहीं दोनों तरफ से काफी नोकझोक हुई।