पश्चिम बंगाल में द केरल स्टोरी फिल्म बैन होने के बाद भी कुछ सिनेमाघरों में फिल्म लगी हैं, जिसको देखने पहुंचे लोगों के साथ हावड़ा पुलिस की झड़प हो गई। लोग जहां फिल्म देखने की मांग कर रहे थे वहीं पुलिस उनकी मांगों का विरोध करते हुए उनके साथ धक्का-मुक्की की साथ ही कॉलर पकड़ कर घसीटते हुए थाना ले गई। इस बिच पुलिस ने सिनेमा घर के मालिकों तक को नहीं बक्सा उनके साथ भी पुलिस उलझते हुए दिखी। जिसके बाद भाजपा नेता ने ममता सरकार को तानाशाही सरकार बताते हुए कहा की, जब पीके फ़िल्म लगा तब उस फ़िल्म मे हिंदू देवी देवताओं का जो अपमान हुआ वो अपमान उनको नही दिखा, उनकी पुलिस बंगाल मे मार खाती है गोली खाती है तब भी ये खामोश रहती हैं, पर आज एक फ़िल्म पर प्रतिबन्ध लगाकर उनकी पुलिस तत्परता दिखाती है यह कहाँ का इंसाफ है।
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बंगाल के सिनेमाघरों में बैन है “द केरल स्टोरी”
हावड़ा, पश्चिम बंगाल के विभिन्न सिनेमाघरों मे द केरल स्टोरी लगने के बाद अचानक से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा लगाई गई। प्रतिबन्ध के बाद ममता के फैसले पर कई सवाल खड़े हो गए हैं। ऐसे मे ऑनलाइन बुकिंग कर हावड़ा जिले के रंगोली मॉल सिनेमाघर मे लगी फ़िल्म द केरल स्टोरी देखने पहुँचे लोगों का हावड़ा सिटी पुलिस से आमना-सामना हो गया। एक तरफ जहाँ लोग फ़िल्म देखने की मांग करते हुए मॉल मे डेट रहे,. तो वहीं हावड़ा सिटी पुलिस उनकी मांगों का विरोध करते हुए उनके साथ धक्का-मुक्की करते हुए उनका कॉलर पकड़ कर घसीटते हुए थाना ले गई। पुलिस सिनेमा घर के मालिकों तक को नहीं बक्सा उनके साथ भी उलझते हुए दिखाई दी।
BJP नेता ने ममता को बताया तानाशाही सरकार
हावड़ा सिटी पुलिस द्वारा उठाए गए इस कदम से नाराज भाजपा के राज्य स्तरीय नेता उमेश राय ने द केरल स्टोरी को एक सच्ची घटना पर आधारित समाजिक फ़िल्म बताते हुए कहा की बंगाल की जनता को यह फ़िल्म काफी पसंद आई है। इस फ़िल्म को देखने की उनकी काफी इच्छा है। पर मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी को लगता है की इस फ़िल्म का बंगाल में प्रसारण होने या फिर इस फ़िल्म को देखने से बंगाल का समाजिक सदभावना का माहौल बिगड़ जाएगा, और मुख्यमंत्री एक संवाददाता सम्मलेन कर बंगाल मे इस फ़िल्म पर प्रतिबन्ध लगाने का आदेश सुना देती हैं।
जिसके तहत उनकी हावड़ा की सिटी पुलिस हावड़ा के रंगोली मॉल सिनेमा मॉल में पूरे दल-बल के साथ पहुँचती है, और और फ़िल्म देखने गए लोगों के साथ बदतमीजी करते हुए उनका कॉलर पकड़ कर उनको थाने ले जाती है। बीजेपी नेता ममता सरकार को तानाशाही सरकार बताते हुए कहा की जब पीके फ़िल्म लगा उसमें हिंदू देवी-देवताओं का जो अपमान हुआ वो उन्हें नहीं दिखा। उनकी पुलिस बंगाल मे मार खाती है गोली खाती है तब भी ये खामोश रहती हैं, पर आज एक साजिल फ़िल्म पर प्रतिबन्ध लगाकर उनकी पुलिस तत्परता दिखाती है यह कहाँ का इंसाफ है।