[Team Insider]: PM Modi के पंजाब दौरे के दौरान हुई सुरक्षा भंग (Security Breach) पर अब राजनीति हो रही है। आरोप-प्रत्यारोप का मुद्दा बन गई है। कांग्रेस और भाजपा दोनों हीं एक दूसरे पर तु-तु मैं-मैं करने में लगे हैं। कोई भी सही तथ्यों को सामने नहीं रख रहा है। अब सुरक्षा चूक के आरोपों पर पलटवार करते हुए पंजाब सरकार ने कहा कि प्रधानमंत्री का हेलीकॉप्टर हर मौसम में चलने वाला विमान है। इसके बावजूद उन्होंने इसका इस्तेमाल नहीं करने का फैसला किया।
पीएम का हेलीकॉप्टर ऑल वेदर हेलिकॉप्टर: पंजाब सरकार
“पीएम का हेलीकॉप्टर ऑल वेदर हेलिकॉप्टर है। फिर भी वे उसमें क्यों नहीं उड़ना चाहते थे। यह एक पहाड़ी इलाका भी नहीं है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक रैली में भाग लेने के लिए बठिंडा से फिरोजपुर जाना था। पहले खराब मौसम के कारण वे 20 मिनट इंताजार किए। फिर वे 120 किमी की दूरी को सड़क मार्ग से तय करने के लिए निकल पड़े। पंजाब सरकार ने गुरूवार को अपने प्रेस कॉन्फ्रेस में कहा है कि 3 जनवरी को जारी की गई पीआईबी की रिलीज में हुसैनीवाला जाने का कोई जिक्र नहीं था। कार्यक्रम स्थल पर पहले से ही हैलिकॉप्टर से जाने की बात तय हुई थी।
सड़क मार्ग पर 10 हजार पुलिस कहां थी
इधर, गृह मंत्रालय का कहना है कि पंजाब के डीजीपी इंद्रजीत से सड़क मार्ग से जाने की बात हुई। उन्होंने कहा कि सड़क मार्ग को सुरक्षित कर लिया गया है। जिस रूट से पीएम को जाना है उस पर 10 हजार पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था है। अब सवाल यह है कि जब सब कुछ तय था| फिर 100 से अधिक किसान सड़क पर कैसे आ गए। पुलिस कहां थी। इससे भी बड़ा सवाल ये है कि पीएम की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी एसपीजी की होती है।
SPG ने किसके कहने पर काफिला को सड़क मार्ग से लिया
पीएम के दौरे से पहले एसपीजी के अंदर राज्य पुलिस और खुफिया ऐजेंसियां काम करती है। किसी भी रूट को जब तक पूरी तरह से सुरक्षित नहीं कर लिया जाता है तब तक SPG इजाजात नहीं देती है। तो क्या फिर पंजाब के DGP ने SPG के हेड से झूठ कहा कि रास्ता क्लीयर है। ये सारे सवाल बहुत हीं गंभीर हैं। इन सबका जवाब देश की जनता को मिलना चाहिए। मामला अब सुप्रीम कोर्ट में भी है। राज्य सरकार ने भी अपनी तरफ से इन्वेस्टिगेशन के लिए टीम गठित की है। सच क्या है ये सबको जानने के लिए सही रिपोर्ट आने तक का इंतजार करना होगा।