बिहार की सियासत में इन दिनों दावत-ए-इफ्तार का सिलसिला चल रहा है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इफ्तार पार्टी का आयोजन किया था, जिसमें बीजेपी को छोड़ सभी दलों के नेता शामिल हुए थे। 9 अप्रैल को आरजेडी की तरफ से भी इफ्तार पार्टी का आयोजन किया जाना है, जबकि आज जेडीयू की तरफ से दावत का आयोजन किया जा रहा है। इसी बीच बिहार बीजेपी ने इफ्तार पार्टी के बहाने सियासत करने के मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरा है। इसके लिए बीजेपी की ओर से एक पोस्टर जारी किया गया है, जिसमें लिखा गया है कि ”लाल किला के बैकड्रॉप में मौलाना टोपी पहनकर प्रधानमंत्री का सपना देखने वाले 2024 में शून्य पर आउट होंगे।”
पोस्टर में भ्रष्टाचार पर भी वार
इसी पोस्टर के दूसरी लाइन में लिखा हुआ है कि ‘हनुमान जी दुष्टों का नाश करते हैं और भाजपा भ्रष्टाचार को खत्म करती है।’ पोस्टर के इस लाइन को आरजेडी से जोड़कर देखा जा रहा है। पोस्टर की तीसरी लाइन में विरोधियों को सचेत किया गया है कि ‘2024 में फिर एक बार मोदी सरकार’ बनेगी। तब नीतीश कुमार का सपना भी टूटेगा और भ्रष्टाचारी भी नहीं छूटेगा। देखने वाली बात ये है कि इफ्तार पार्टी का फायदा आने वाले वक्त की सियासत में नीतीश कुमार को कितना मिलता है? या फिर बीजेपी इस मुद्दे को कितना भूना पाती है।