शरद पवार एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने रहेंगे। उन्होंने अपने इस्तीफे को वापस ले लिया है। ये निर्णय उन्होंने एनसीपी कोर कमिटी की बैठक में लिए गए फैसले के बाद लिया है। कमिटी ने उनके इस्तीफे को नामंजूर कर दिया था। इस्तीफा वापस लेते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ताओं में काफी नाराजगी और असंतोष था। इसलिए मैंने इस्तीफा वापस ले लिया है।
शरद पवार ने इस्तीफा लिया वापस
दरअसल 2 मई को शरद पवार ने एक कार्यक्रम के दौरान अचानक अपने इस्तीफे का ऐलान कर दिया था। जिसके बाद से ही उनके पार्टी के नेता और कार्यकर्ता उनसे इस्तीफा वापस लेने का आग्रह कर रहे थे। आखिरकार शरद पवार के इस्तीफे के बाद 15 सदस्यीय एक कमिटी बनाई गई। आज मुंबई में पार्टी कार्यालय में समिति की बैठक हुई। जिसमें सभी ने सर्वसम्मति से उनके इस्तीफे को नामंजूर कर दिया। आज पार्टी कार्यालय के बाहर कार्यकर्ताओं को भारी भीड़ देखने को मिली। कमिटी के फैसले के बाद एकबार फिर से एनसीपी की कमान शरद पवार ने अपने हाथों में थाम लिया है।
1999 से पवार के पास है ‘पवार’
बता दें कि एनसीपी का गठन वर्ष 1999 में हुई थी। तभी से इस पार्टी की कमान शरद पवार के पास है। शरद यादव ने अचानक से इस्तीफे का ऐलान कर किसी और को पावर ट्रांसफर करने का फैसला लिया। लेकिन के एनसीपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के सामने उन्हें फैसला वापस लेना पड़ा। मतलब पवार के पास एक बार फिर से पावर लौट आई है।