आज कल जनसुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) भी तेजस्वी यादव की भाषा बोलने लगे हैं। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को पलटू कहा है। दरअसल, प्रशांत किशोर ने शनिवार को केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी को ‘पलटू’ बताते हुए कहा कि यह उन्हें भी नहीं पता होगा कि कब पलटकर वह राजद के साथ आ जाएंगे।
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प्रशांत किशोर ने इमामगंज विधानसभा क्षेत्र में जन सुराज प्रत्याशी जितेंद्र पासवान के समर्थन में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में दो ही पार्टियां हैं- एक लालू यादव की राजद और दूसरी नरेंद्र मोदी की भाजपा। उन्होंने कहा कि जदयू के नीतीश कुमार और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के नेता जीतन राम मांझी भी नहीं जानते कि वे कब पलटकर लालटेन थाम लेंगे और कब कूदकर कमल पर बैठ जाएंगे।
पीके ने कहा कि पहले जनता कहती थी कि हमारे पास विकल्प की कमी है। लेकिन, अब ऐसा नहीं है। अब जनता के पास जन सुराज का विकल्प है, जिसकी सोच समाज के अच्छे लोगों को राजनीति से जोड़ना और जनता का राज स्थापित करना है। उन्होंने आगे कहा कि उपचुनाव में जनता को संकल्प लेना होगा कि वह अपने बच्चों के भविष्य, उनकी शिक्षा और रोजगार के लिए वोट करेंगे, ना कि मांझी या किसी अन्य नेता के बच्चों को राजा बनाने के लिए।
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प्रशांत किशोर ने लोगों को भरोसा देते हुए कहा कि अगले वर्ष 2025 के छठ के बाद आपके बच्चों, पति और आपके भाई को अपना घर-परिवार छोड़कर दूसरे राज्य में मजदूरी करने नहीं जाना पड़ेगा। जन सुराज यह सुनिश्चित करेगा कि बिहार के युवाओं को बिहार में ही 10-12 हजार रुपये का रोजगार मिले।