प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जन सुराज पर लग रहे जातिगत राजनीति करने के सवालों का जवाब दिया। उन्होंने बताया कि जन सुराज की मूल भावना है कि “हर समाज में काबिल व्यक्ति है और हर काबिल व्यक्ति किसी न किसी समाज का है”। उन्होंने आगे ये भी कहा कि हम पंचायत से लेकर राज्य स्तर के संगठन में यह सुनिश्चित करेंगे की समाज के सभी वर्गों को उनका प्रतिनिधित्व मिले और साथ ही सबकी सहमति से यह भी निर्णय हुआ है कि जो समाज में सबसे ज्यादा पिछड़ा हैं, उसे सबसे पहले मौका मिले।
इसके साथ ही उन्होंने विपक्षी पार्टी राजद और उसके नेता तेजस्वी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनकी राजनीति ही केवल जातिगत समीकरण के आधार पर अब तक चल रही है। वो केवल मुस्लिम समाज को बीजेपी के नाम से डरा कर अपना राजनीतिक अस्तित्व बचाए हुए हैं।
लेकिन अब बिहार की जनता के पास जन सुराज के रूप में एक बेहतर विकल्प मौजूद है जिससे की राजद, जदयू, कांग्रेस, भाजपा समेत सभी दलो के जातिगत समीकरणों को बिहार की जनता अगले चुनाव में ध्वस्त कर देगी। जिसका ट्रेलर आपने अभी हाल ही में संपन्न हुए रूपौली विधान सभा चुनाव में देखा।