सच में ही कहा जाता है राजनीति संभावनाओं का खेल है। राजनीति में न कोई स्थाई दुश्मन होता है और ना कोई दोस्त। केवल संभावनाएं होती हैं। बिहार में बीजेपी इसी संभावनों को अमलीजमा पहना रही है। बीजेपी ने दो ‘संभावनाओं’ चिराग पासवान और मुकेश सहनी को होली के मौके पर ‘भगवा’ रंग लगाया। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने होली मिलन समारोह का आयोजन किया था। इसमें चिराग पासवान और मुकेश सहनी दोनों को बुलाया गया था।
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पिता रामविलास पासवान को याद कर भावुक हुए चिराग
होली मिलन समारोह में पहुंचे चिराग और मुकेश सहनी ने फूलो से होली खेली। वही इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने लोजपा प्रमुख चिराग पासवान को तिलक लगाकर शुभकामनाएं दी। इससे चिराग पासवान काफी भावुक हुए और दिवंगत पिता रामविलास पासवान को याद किया। बताया कि उनके पिता होली के ऐसे ही समारोह में तिलक लगाकर भविष्य में विजय होने की आशीर्वाद दिया करते थे। इस दौरान उन्होंने भारी भीड़ को होली त्यौहार की बधाई दी। इसके बाद चिराग पासवान अपने आवास पर भी गुलाल और फूलो से होली खेली। इस दौरान पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनके साथ खूब मस्ती की।
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चिराग पासवान राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के अध्यक्ष हैं। माना जाता है कि राजनीतिक तौर इनकी पकड़ पिछड़े और पासवान जाति में है। इसी नाते अब उन्हें जेड प्लस सुरक्षा भी दी गई है। अमित शाह से मुलाकात हो चुकी है। अब उन्हें रंग गुलाल और मिठाई खिलाई जा रही है। इस मौके पर चिराग पासवान ने रविशंकर प्रसाद को अपना अभिभावक बताया। वहीं, दूसरी ओर सन ऑफ मल्लाह यानी मुकेश सहनी का दावा है कि मल्लाह और अति पिछड़ों का वोट इनके साथ है। बीजेपी को आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए मुकेश साहनी में वोट नजर आ रहे हैं। ऐसे में अब माना जा रहा बीजेपी महागठबंधन को घेरने के लिए चक्रव्यूह की रचना शुरू कर चुकी है।