2024 लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर नरेंद्र मोदी कैबिनेट के विस्तार और मंत्रियों के विभागों में फेरबदल की सुगबुगहाट शुरू हो गई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री जुलाई के पहले सप्ताह में सरकार और बीजेपी संगठन दोनों को चुनावी तैयारी के हिसाब से दुरुस्त करने जा रहे हैं। चर्चा है कि मोदी कैबिनेट के अगले विस्तार में चिराग पासवान को मंत्री बनाया जा सकता है।
चिराग पासवान की एनडीए में वापसी तय
रामविलास पासवान के निधन के बाद चिराग पासवान के पास केंद्रीय मंत्री बनने का मौका जब आने वाला था तभी चाचा पशुपति कुमार पारस ने पार्टी तोड़कर खुद को मंत्री बनवा लिया। पारस के हाथों लोजपा के छह में पांच सांसद गंवा चुके चिराग अकेले हैं। नरेंद्र मोदी को राम और खुद को हनुमान बताने वाले चिराग पासवान की एनडीए में वापसी तय है बस सही मुहुर्त का इंतजार है। सबको लगने लगा है कि लोजपा के पांच सांसद तोड़कर भले पशुपति पारस मंत्री बनने में कामयाब रहे, लेकिन उनके पास अब समय कम है। बीजेपी और चिराग की दोस्ती के बीच में आने पर पशुपति पारस की राजनीति निपटने का भी खतरा है।
बीजेपी की कोशिश चाचा-भतीजा एक हो जाएं
भाजपा की कोशिश है कि पारस और चिराग एक हो जाएं तो। छह सीट 2019 में दी थी, इस बार भी 6 सीट दे देंगे। लेकिन चाचा-भतीजा साथ नहीं हुए तो किसे कितनी और कौन सी सीट दी जाए इस पर बहुत मगजमारी होगी। चिराग पासवान ने इस समय स्टैंड साफ कर रखा है कि चाचा के साथ कोई समझौता नहीं होगा। वहीं बीजेपी इस कोशिश में है कि चाचा-भतीजा को मिला दिया जाए, जिससे दलितों के बीच ये मैसेज भी जाए कि भाजपा ने पासवान परिवार को फिर से एक करवा दिया।