पूर्व प्रधानमंत्री और राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी ने शाह बानो केस पर आए कोर्ट के एक फैसले को पलट दिया था। राहुल गांधी भी अपनी पिता की तरह कोर्ट का एक फैसला पलटना चाहते हैं। राहुल गांधी जिस फैसले को पलटना चाहते हैं, वह राम मंदिर निर्माण का है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अयोध्या में राम मंदिर बना है। लेकिन राहुल गांधी अपनी सरकार आने पर उस फैसले को पलटना चाहते हैं। यह दावा है कि कांग्रेस में रहे आचार्य प्रमोद कृष्णम का। प्रमोद कृष्णम का कहना है कि राम मंदिर पर कोर्ट का फैसला आने के बाद राहुल गांधी ने एक बैठक की थी। उस बैठक में राहुल गांधी के करीबी नेता शामिल थे। बैठक में निर्णय लिया गया कि देश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद एक सुपर पावर कमेटी बनाकर राम मंदिर पर आए फैसले को शाह बानो केस पर आए फैसले की तरह पलट देंगे।
प्रमोद कृष्णम ने आरोप लगाया है कि राहुल गांधी और उनकी टीम देश को तोड़ना चाहती है। कांग्रेस में 32 साल से ज्यादा समय तक रहे प्रमोद कृष्णम कहते हैं कि पहले की कांग्रेस और मौजूदा कांग्रेस में काफी फर्क है। प्रमोद कृष्णम ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की जब स्थापना हुई थी, तो उसमें देशभक्त नेता थे। महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू ने भारत को जोड़ने का काम किया। लेकिन वर्तमान की कांग्रेस देश को तोड़ना चाहती है। राहुल गांधी और उनकी टीम देश को जाति, धर्म, भाषा और क्षेत्र के नाम पर तोड़ने का प्रयास कर रही है।
एक न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में प्रमोद कृष्णम का कहना है कि “मंदिर जाने से कोई हिंदू नहीं बन जाता या सिर्फ मस्जिद में जाने से कोई मुसलमान नहीं बन जाता। जो ईसा मसीह में विश्वास नहीं करता, वह ईसाई नहीं हो सकता। उसी तरह, जो भगवान राम से नफरत करता है, वह हिंदू नहीं हो सकता।”