[Team insider] पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव नतीजे लगभग स्पष्ट हो गये हैं, जिनमें से चार राज्यों में भाजपा फिर से वापसी कर रही है। पंजाब में पहली बार आम आदमी पार्टी को जबरदस्त जीत मिली। ऱाज्य में जहां जीत के बाद बीजेपी उत्साहित नजर आयी है तो, वहीं कांग्रेस के नेताओं में थोड़ी बहुत मायूसी देखने को मिली। राजधानी रांची के भाजपा प्रदेश कार्यालय में जमकर होली खेली गई और पटाखे छोड़े गये और मिठाइयां बांटी गई।
यह लोकतंत्र का पर्व है और यह समंदर की तरह है: हेमंत सोरेन
चुनाव है चुनाव में वैसे ही चीजें आती हैं एक टीम हारती है तो एक टीम जीती हैं। सभी जीतने वालों को सभी मेरी ओर से बहुत-बहुत शुभकामनाएं। वहीं उन्होंने पंजाब में आम आदमी पार्टी के पूर्ण बहुमत की सरकार आने को लेकर कहा कि यह लोकतंत्र का पर्व है और यह समंदर की तरह है। किस तरफ लहर उठेगी, किस तरफ बढ़ेगी, कितनी ऊंची जाएगी, कहां तूफान आएगा, कहां थोड़े छींटे पड़ेंगे। अभी यह तो सिर्फ शुरुआत है। और भी चुनाव होंगी अभी उसके बाद चीजों को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। चर्चा की जा सकती है और आकलन किया जा सकता है।
कांग्रेस मुक्त भारत का समर्थन चुनाव परिणाम में दिख रहा है: दीपक प्रकाश
वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दीपक प्रकाश ने चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा और एनडीए की हुई ऐतिहासिक जीत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, भारत के गृह मंत्री अमित शाह के कुशल मार्गदर्शन, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित लाखों कार्यकर्ताओं को बधाई एवम शुभकामनाएं देते हुए जनता का आभार प्रकट किया। और कहा कि यह जीत सांस्कृतिक राष्ट्रवाद, विकास और सुशासन की जीत है। कांग्रेस मुक्त भारत को जनता का पूरा समर्थन इस चुनाव परिणाम में दिख रहा है।
लोकतंत्र में जनता का मत ही सर्वोपरि होता है: राजेश ठाकुर
बीजेपी यूपी, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में कांग्रेस पार्टी को हार का सामना करना पड़ है। पंजाब में भी कांग्रेस के हाथ से सत्ता चली गई है। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि लोकतंत्र में जनता का मत ही सर्वोपरि होता है। हम परिणामों को पूरी विनम्रता और जिम्मेदारी के साथ स्वीकार करते हैं। राजेश ठाकुर ने कहा कि इस विषय में कोई दो राय नहीं कि चुनाव परिणाम हमारी अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं है। खास कर पंजाब, उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड विधानसभा के चुनाव परिणाम हमारे लिये चुनौतिपूर्ण भी है और आशा के विपरित भी।