मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अवैध खनन मामले में ईडी के समन के बाद आज ईडी कार्यालय में बुलावा के बाद झामुमो कार्यकर्ताओं की ओर से राजधानी के मोराहाबादी मैदान में जुटान हुआ। वहीं मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में जो उत्पन्न परिस्थिति है, इस परिस्थिति पर चिंता को लेकर राज्य के अंदर एक उहापोह की स्थिति बना हुई है और वर्तमान गठबंधन की सरकार को अस्थिर करने का सही अनुमानित था कि एक बड़ा षड्यंत्र सरकार बनने के बाद से ही रचना शुरू हो गया था
सरकार के कार्यों से विपक्ष में खलबली
सीएम ने कहा कि कई बार हमारे विरोधियों ने अपने षड्यंत्रकारी चाल अंजाम देने का प्रयास किया और हर बार उनको मुंह की खानी पड़ी है, पूर्ण बहुमत की सरकार और मजबूत सरकार जिस तरह से कोरोना और सुखाड़ को लेकर आज सरकार राज्य के गांव-गांव कोने-कोने में ग्रामीण के साथ गरीब मजदूर मूलवासी आदिवासी के बीच में सरकार के अधिकारों को पहुंचा रही है, इसे लेकर हमारी विपक्ष में जबरदस्त खलबली मची हुई है और अपने षड्यंत्र को अंजाम देने में लगे हुए हैं।
बालू और गिट्टी में दिख रहा भ्रष्टाचार, कोयला-लोहा में नहीं
सरकार ने कहा झारखंड खनिज संपदा प्रदेश है यहां कोयला है, लोहा है, अभ्रक है, यूरेनिया में सोना है, चांदी है अनेकों ऐसे खनिज संपदा हैं और उनका ली संप्रदायों में आज तक हमारे विपक्ष में कोई भ्रष्टाचार नजर नहीं आया और आज इनको भ्रष्टाचार नजर आया है। सीएम ने कहा कि बड़ा ही अजीब बात है कि बालू और गिट्टी में भ्रष्टाचार दिख रहा है लेकिन, कोयला और लोहा में भ्रष्टाचार नजर नहीं आता है क्योंकि वह सारे भारत सरकार के अंतर्गत हैं। आज 20 सालों में लोगों ने अपना काम किया है, जिस तरीके से लोहा, कोयला, खनिज संपदा चाहे वह मेजर मिनरल हो या माइनर मिनरल हो सारे कार्यों में बंदरबांट किया है।