आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी पार्टियों को एकजुट लाने की कवायद कर रहे हैं। इसको लेकर वे दिल्ली में विपक्षी पार्टियों के कई बड़े नेताओं से मुलाकात भी कर चुके हैं। शनिवार को भाकपा-माले के राष्ट्रीय महाधिवेशन के मंच से नीतीश कुमार ने कहा कि अगर सभी विपक्षी पार्टियां एकजुट हुईं तो अगले लोकसभा चुनाव में बीजेपी 100 सीटों से भी कम में सिमट सकती। उनके इसी बयान को लेकर अब बीजेपी ने भी उन्हें आड़े हाथ लिया है।
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कांग्रेस नीतीश कुमार को भाव नहीं दे रही
बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने नीतीश कुमार पर पलटवार करते हुए कहा कि नीतीश बाबू देवगौड़ा या इंद्र कुमार गुजराल बनना चाहते हैं। वो नहीं देख रहे हैं कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत आगे बढ़ रहा है। बिहार तो उनसे संभलता नहीं। कांग्रेस तो उन्हें भाव नहीं दे रही है। इसके बाद भी वह लालू जी के चक्कर में फंस गए हैं और दिन में सपने देखने लगे हैं।
विपक्षी एकजुटता में देरी ना करे
आगामी लोकसभा चुनाव में बमुश्किल साल भर का समय ही बचा है। इसलिए सीएम नीतीश की इच्छा है कि 2024 में उनके भाजपा-मोदी हटाओ अभियान में कांग्रेस समर्थन देने में देर न करे। भाकपा-माले के राष्ट्रीय महाधिवेशन के मंच से नीतीश कुमार ने कहा कि कांग्रेस को अब आगे का फैसला करना चाहिए। विपक्षी एकजुटता में देरी ना करे। बीजेपी के खिलाफ सभी पार्टियों को एकजुट कीजिए। तय कीजिए कहां-कहां कौन लड़ेगा।