मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यात्रा का नाम में परिवर्तन कर दिया गया है। ‘महिला संवाद यात्रा’ के बदले अब ‘प्रगति यात्रा’ के माध्यम से सीएम नीतीश कुमार 23 दिसंबर से यात्रा की शुरुआत करेंगे। नाम परिवर्तन होने के बाद राजद और कांग्रेस ने सीएम नीतीश कुमार पर तंज कसा है। कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि महिला संवाद यात्रा पर जाने से पहले नीतीश कुमार डर गए हैं, इसलिए यात्रा के नाम में परिवर्तन किया गया है।
वहीं राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार को पता चल गया कि महिलाओं की सुरक्षा हमने नहीं की है। महिलाओं के साथ न्याय नहीं किया है, महंगाई के नाम पर महिलाओं के आंख के आंसू बह रहे हैं, इसलिए सीएम नीतीश कुमार महिलाओं से आंख से आंख नहीं मिल पाएंगे, उनसे हम सामना नहीं कर पाएंगे, इसलिए यात्रा के नाम में परिवर्तन किया है।
वहीं राजद के तंज पर जेडीयू ने पलटवार किया है। जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि जिस जगह से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यात्रा हो रही है, उस जगह पर पहले अपहरण का उद्योग चलता था। अब पश्चिमी चंपारण, बेतिया, वाल्मीकिनगर पर्यटकों का हब बनते जा रहा है।
नीतीश कुमार की ‘प्रगति यात्रा’ से पहले तेजस्वी यादव ने पूछे 10 सवाल…
बिहार में महिलाओं को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बहुत सारा काम किया है। वाल्मीकिनगर में स्वाभिमान बटालियन है जहां महिला संगठित होकर काम करती हैं। इसका श्रेय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का है। और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यह प्रगति यात्रा बिहार के विकास में मील का पत्थर साबित होगा।