बिहार में अपराध और कानून व्यवस्था को लेकर राजद के राजभवन मार्च को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह बिहार के राजस्व और भूमि सुधार मंत्री डॉ. दिलीप जायसवाल ने नौटंकी और ढकोसला करार देते हुए कहा कि राजद बिहार के लोगों में गलत धारणा बनाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता अभी भी राजद के शासनकाल को भूली नहीं है।
उन्होंने कहा कि सही मायने में राजद को अपराध पर प्रदर्शन करने का नैतिक अधिकार नहीं है। बिहार प्रदेश के अंदर राजद को अपराध की प्रवृत्ति और अपराध को जन्म देने वाला माना जाता है। आज अगर अपराध है तो वह राजद के शासनकाल का कोढ़ ही है जो अभी तक चला आ रहा है।
बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. जायसवाल ने राजद के नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि राजद के नेताओं को प्रदर्शन मार्च निकालने के पहले राजद के शासनकाल और आज जो अपराध हो रहे उसका तुलनात्मक चार्ट जरूर ध्यान से पढ़ना चाहिए। इसके बाद राजद को अपराध पर बोलने का हक हैं।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कोई अगर एक अंगुली दिखाता है तो हाथ की तीन उंगलियां उसी की ओर होती है। अपराध पर राजद के बोलने पर यही स्थिति है। उसकी तीन अंगुली उसी की ओर है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि बिहार में अगर अपराध लाने का कोई काम किया है तो वह राजद है।
अपराध को लेकर प्रदर्शन और राजभवन मार्च को लेकर राजद पर तंज कसते हुए डॉ. जायसवाल ने कहा कि देहात में एक कहावत है – ‘सौ चूहे खा के बिल्ली चली हज को’। राजद का पूरा इतिहास ही अपराध और अपराधियों के इर्द-गिर्द घूमता है और वे लोग अब अपराध को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। यह बड़ी हास्यास्पद स्थिति है।
बिहार के राजस्व और भूमि सुधार मंत्री डॉ. जायसवाल ने कहा कि नीतीश कुमार के राज में कानून का राज है । कोई अपराधी कितना भी बड़ा हो वह बचता नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि अपराध नहीं हो, इसके लिए भी दिन-रात सरकार प्रयास करती है।