भाजपा के विधायक और उत्तर प्रदेश के सह प्रभारी डॉ संजीव चौरसिया ने आज राजद को निशाने पर लेते हुए उसे ‘राष्ट्रीय गुंडा दल’ बताया। उन्होंने कहा कि अपराधी छवि के सुरेंद्र यादव को उम्मीदवार बनाकर राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने इसे एकबार फिर साबित किया है। उन्होंने कहा कि सुरेंद्र यादव जंगलराज के एक पर्याय हैं। चौरसिया ने कहा कि जिनके ऊपर हत्या का प्रयास, दंगा और किडनैपिंग समेत 9 आपराधिक मामले दर्ज है, वैसे व्यक्ति को राजद ने उम्मीदवार बनाकर यह संकेत दिया है कि हमारी सरकार बनी तो एक बार फिर से गुंडाराज को स्थापित किया जाएगा।
उन्होंने सुरेंद्र यादव को महिला विरोधी बताते हुए कहा कि जिन्होंने महिला बिल को सरेआम फाड़कर फेंका हो, वह महिला का कितना सम्मान करेगा। उनपर बलात्कार जैसे गंभीर आरोप भी लग चुके हैं। भाजपा मीडिया सेंटर में आज एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्री चौरसिया ने कहा कि जमुई में चुनाव के दौरान पासवान जाति के वोटरों को राजद के समर्थकों ने पिटाई की गई। पटना के दानापुर में यादव जाति के लोगों के द्वारा दलितों की पिटाई की गई और एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री चौरसिया ने कहा कि सामंत और राजशाही की बात आज पुरानी भले हो गयी है, लेकिन आज सही मायने में राजद वाले असली सामंतवादी है। राजद ने राजनीति के चक्कर में एक नया सामंती वर्ग बना दिया है। राजद समर्थित जो गुंडे हैं, वह संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर का अपमान कर रहे हैं और दलितों पर अत्याचार कर रहे हैं। लेकिन, संविधान बचाने की झूठी प्रपंच रचने वाले लालू यादव और राजद चुप हैं। क्योंकि उनका गुंडों का सीधा समर्थन है। यही राजद की असली सच्चाई है।
चौरसिया ने कहा कि जिस तरह से इशारा करके श्री चिराग पासवान को अपमानित किया गया और उनकी मां को लेकर अभद्र टिप्पणी की गई। लालू यादव ने राजनीति का स्तर इतना गिरा दिया है कि अब कुछ कहा नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि यही अर्थों में चुनाव में हार को देखते हुए राजद वाले बौखला गए हैं इसलिए डरा धमका कर दलितों से वोट लेना चाहते हैं। लेकिन यह भूल गए हैं कि बिहार में एनडीए की सरकार है।
उन्होंने कहा कि राजद जो खुद को दलितों, पिछड़ो का बड़ा हितैषी कहती है। दरअसल, राजद इनका बस अपने स्वार्थ के लिए इस्तेमाल करती है, विकास के नाम पर राजद दलितों, पिछड़ो को जातिवाद का झुनझुना पकड़ाना चाहती है। भाजपा के नेता श्री चौरसिया ने साफ कहा कि दबंगों से प्यार, दलितों पर अत्याचार, नहीं चलेगा यह दोहरा विचार। उन्होंने तेजस्वी को लेकर कहा कि ये भी अपने पिताजी की राह चल पड़े हैं। आज गालीबाज, खूंखार, महिला पर करता है अत्याचार, वही है तेजस्वी का असली यार।
उन्होंने कहा कि राजद केवल दलितों, गरीबो, पिछड़ों की ही विरोधी नहीं सनातन विरोधी भी है। सावन में जिस तरह लालू ने मटन बनाया और कांग्रेस के नेता को भी खिलाया। यहीं नहीं उनके पुत्र नवरात्रि में मछली खाने का वीडियो पोस्ट कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि तुष्टिकरण के लिये सनातन को अपमानित कर ऐसे तत्वों को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि राजद आज परेशान हो गयी है क्योंकि उन्हें मालूम हो गया कि भाजपा, एनडीए के साथ मंडल भी है और कमंडल भी है।