राजधानी पटना स्थित श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल मे आज 24 जनवरी बुधवार को राजद द्वारा जननायक कर्पूरी ठाकुर का शताब्दी समारोह मनाया गया। समारोह में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ राजद के वरिष्ठ नेता और मंत्रीगणों ने शिरकत की।
सभा को संबोधित करते हुए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भाजपा पर हमला बोला और कहा कि भारत रत्न देने वालो को इतने दिन से कर्पूरी ठाकुर की याद नही आई। चुनाव नजदीक आते ही बीजेपी वालो को कर्पूरी की याद आई है। कर्पूरी ठाकुर तो भारत रत्न के हकदार थे ही। बीजेपी की तरफ इशारा करते हुए लालू ने कहा,” बिहार में महागठबंधन और इंडिया एलायंस को तोड़ने में लगे हैं लोग… यह सब तो होता रहेगा… इसकी परवाह नही करनी है… हमलोगों को पूरी मजबूती के साथ लड़ाई लड़नी है।” वहीँ इस मौके पर लालू प्रसाद यादव ने मायावती पर भी जोरदार हमला बोला है। लालू ने कहा कि काशीराम तो दलितों के मसीहा थे लेकिन मायावती ने दलितों की नैया को डुबोने का काम किया है। उन्होंने कहा कि काशीराम ने हमेशा दलित पिछड़ों को आगे बढाने का काम किया, लेकिन मायावती ने उनके इन सभी कामों पर पानी फेरने का काम किया है। तेजस्वी यादव के साथ आज सभा में उनके पिता लालू ने भी सुर में सुर मिलते हुए कहा कि तेजस्वी यादव ने ठीक ही कहा है कि जननायक कर्पूरी ठाकुर के साथ राम मनोहर लोहिया और काशीराम को भी भारत रत्न की उपाधि मिलनी चाहिए और मंच से उन्होंने केंद्र सरकार से इसकी मांग भी की। लालू प्रसाद यादव ने कहा कि आज नहीं तो कल देश में किसी की भी सरकार बन जाए, राममनोहर लोहिया और काशीराम को भी भारत रत्न की उपाधि देनी ही होगी।
इस मौके पर आरजेडी के राज्य सभा सांसद मनोज झा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारत सरकार ने जननायक कर्पूरी ठाकुर को जो ‘भारत रत्न’ की उपाधि दी है, उसके लिए बधाई। साथ ही मनोज झा ने कहा कि बिहार में जिस तरह से जातीय गणना कराई गई, उसी तरह से पूरे देश में जातीय जनगणना कराई जाये ताकि जब रिजल्ट आये तो स्वतः ही इस गणना को भारत सरकार 9वीं अनुसूची में शामिल कर ले। मनोज झा ने केंद्र सरकार से ये मांग भी की है कि सरकारी उपक्रमों के साथ साथ निजी क्षैत्र में आरक्षण लागू किया जाए।
जननायक कर्पूरी ठाकुर के शताब्दी समारोह पर आयोजित इस कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे गन्ना उद्योग मंत्री चंद्रशेखर ने जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न की उपाधि देने वाले वर्तमान केंद्र सरकार पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए तंज़ कसा है कि जननायक कर्पूरी ठाकुर के सपनों को चूर-चूर करने वाले संप्रदायवादी और नफरतवादी लोग आज उन्हें भारत रत्न दे रहे हैं। तो इसपर मैं क्या कहूं ! उपाधि देने से पहले ये तो देख लेते कि जननायक कर्पूरी ठाकुर के सपनों को पूरा किया कि नहीं किया?… समाजवाद और समाजवादी न्याय के लिए क्या किया?… बेरोजगारों के लिए क्या किया?… किसानों के लिए क्या किया?… देश को ताकतवर बनाने के लिए क्या काम किया?… आज जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिया जा रहा है। ये वही लोग हैं, जिन्होंने इससे पहले बार बार कर्पूरी ठाकुर का अपमान किया है। मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि यदि सच में जननायक कर्पूरी ठाकुर के सपनों को भाजपा पूरा करना चाहती है तो देश भर में जातीय जनगणना करवाए। बिहार की तरह फिर पूरे देश में आरक्षण का विस्तार करवाए। तब जाकर माना जाएगा कि भारतीय जनता पार्टी जननायक कर्पूरी ठाकुर के सपनों को पूरा करना चाहती है। और ये ‘भारत रत्न’ की उपाधि देना भी तभी न्यायपूर्ण और औचित्यपूर्ण लगेगा। वहीँ, स्कूलों में छुट्टी को लेकर शिक्षा विभाग और पटना डीएम के बीच टकराव पर जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सरकार इसपर फैसला करे।