21 अगस्त यानी की आज भारत बंद का आह्वान किया गया है। इसे तमाम विपक्षी पार्टियों का साथ मिल रहा है। इसी कड़ी में राजद ने भी भारत बंद को अपना नैतिक समर्थन दिया है। राजद नेताओं ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पूर्व में ही कहा था कि राजद आरक्षण के वर्गीकरण के पक्ष में नहीं। केंद्र सरकार विसंगतियों को दूर करने के लिए अध्यादेश लाकर सुधार करे। यह घोषणा मंगलवार को राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह समेत राजद के अन्य नेताओं ने पार्टी कार्यालय में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में की।
जगदानंद ने कहा कि आज कमजोर और गरीबों के अधिकार छीने जा रहे हैं। वंचितों के प्रति केंद्र सरकार का क्या रवैया है ये स्पष्ट दिखता है। गरीबों के अधिकार छीनने की साजिश हो रही है। अनिल कुमार साधु ने कहा कि जीतन राम मांझी, चिराग पासवान जैसे लोगों के कारण ही एससी-एसटी के आरक्षण को समाप्त करने की साजिश रची गई। ये लोग सिर्फ घड़ियालू आंसू बहाते हैं। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल में रहकर मलाई खा रहे हैं जबकि आरक्षण छीनने की साजिश चल रही है।
यूपीएससी में लेटरल एंट्री पर पक्ष-विपक्ष से उठती आवाज के बाद सरकार ने इससे जुड़ा आदेश को वापस ले लिया। लेकिन, अब कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग द्वारा निकाली गई 368 नियुक्तियों पर विरोध शुरू हो गया है। पूर्व उप मुख्यमंत्री और प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इन नियुक्तियों को ले सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने मोदी के साथ ही नीतीश कुमार, चिराग पासवान व जीतन राम मांझी को भी आरक्षण विरोधी बताया है।