लोकसभा चुनाव 2024 में सारण सीट का चुनाव खासा रोमांचक रहा है। पहली बार चुनाव लड़ी रोहिणी आचार्य ने चार बार लोकसभा चुनाव जीतने वाले राजीव प्रताप रुडी के लिए मुश्किल खड़ी कर दी थी। रूडी सिर्फ 13661 वोट से जीते हैं। रोहिणी ने सारण लोकसभा क्षेत्र के 6 विधानसभा क्षेत्रों में से 3 में लीड हासिल की। लेकिन गड़खा और परसा विधानसभा क्षेत्रों में अपेक्षित सफलता नहीं मिल पाने के कारण रोहिणी आचार्य छोटे मार्जिन से इस चुनाव में फिसल गईं।
रूडी के गढ़ में रोहिणी ने घटा दी मार्जिन
सारण लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत छपरा और अमनौर ऐसे दो विधानसभा क्षेत्र हैं, जहां से रूडी को बड़ी बढ़त हासिल होती रही है। पिछले दोनों चुनावों में रूडी इन क्षेत्रों में इतनी लीड ले लेते थे कि दूसरे क्षेत्रों में पिछड़ने के बाद भी रूडी पिछले दोनों चुनाव जीते हैं। इस बार छपरा में रूडी को 14,428 वोटों से लीड मिली। जबकि अपने गृह क्षेत् रअमनौर में रूडी की लीड सिर्फ 10,571 वोटों की रही। जबकि पिछले चुनावों में यह आंकड़ा दोगुना होता था।
गड़खा और परसा में लीड के बावजूद रोहिणी को नहीं मिले अपेक्षित वोट
विधानसभावार वोटों का आंकलन करें तो स्पष्ट है कि गड़खा, परसा और सोनपुर विधानसभा में रोहिणी ने रूडी को पछाड़ा है। लेकिन रोहिणी को यहां मिली लीड पिछले चुनावों में राजद को मिली लीड से कम ही है। जबकि ये दोनों विधानसभा क्षेत्र राजद के गढ़ माने जाते हैं। रूडी को उनके गढ़ में धीमा करने के बाद अगर रोहिणी के पक्ष में गड़खा और परसा में राजद के परंपरागत वोटर्स का पहले की तरह पूरा साथ मिल होता तो सारण लोकसभा चुनाव का नतीजा अलग हो सकता था।