बिहार में राजनीति गरमाई हुई है। अभी जीतन सहनी के मर्डर के बाद से विपक्षी सीएम नीतीश से इस्तीफे की मांग पर अड़ गए हैं। वहीं, एनडीए की सरकार पर इन दिनों विपक्ष हमलावर है। कांग्रेस और आरजेडी के नेता नीतीश सरकार को घेरे में ले रहे हैं। बिहार में कभी पुल गिरने पर तो कभी आए दिन हो रही हत्याओं को लेकर सरकार पर सवाल उठाए जा रहे हैं। अब आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी और सारण लोकसभा सीट से चुनाव लड़ चुकीं रोहिणी आचार्य ने डबल इंजन की सरकार पर हमला किया है। रोहिणी ने बुधवार को एक्स पर पोस्ट करते हुए निशाना साधा है।
रोहिणी आचार्य ने पेपर लीक, कानून-व्यवस्था समेत कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरा है। उन्होंने बुधवार को एक्स पर लिखा कि “बिहार में नैतिक तौर पर टूटे निजाम का शासन है। सरकार की हर शाख पर एक-एक नक्कारा लाचार बैठा है। अवसरवादिता के पुरोधा आत्ममुग्ध नीतीश कुमार जी व् भाजपा की मिलीभगत वाली फेल डबल इंजन की सरकार की सरपरस्ती में बिहार बेपटरी हो चुकी है। मूलभूत व्यवस्थाएं बदहाल हैं। अफसरशाही सरकार”
अपने पोस्ट में ही आगे रोहिणी लिखती हैं कि, “मूलभूत व्यवस्थाएं बदहाल हैं, अफसरशाही सरकार चलाने वालों व विधायिका पर हावी हैं। संरचनाओं को भ्रष्टाचार का दीमक चाट कर खोखला कर रहा है। कानून-व्यवस्था अपराधियों के रहम-ओ-करम (अनुकंपा) पर है। सतत व समग्र विकास के मानकों पर खुद को साबित करने में सरकार विफल है। प्रतियोगी परीक्षाओं की धांधली का हब बनाए जा चुके बिहार में युवाओं का भविष्य गर्त में धकेलने को सत्ताधारी गठबंधन आमादा है। सत्ता में बैठे लोगों व सत्ताधारी जमात के भोंपूओं के बड़बोलेपन व झूठे-प्रचार से प्रदेश की जनता ऊब चुकी है। शासन व शासक की विश्वसनीयता, प्रदेश की जनता के प्रति इनकी प्रतिबद्धता पर बड़ा सवाल है और ऐसे में जन-जन की बस एक ही पुकार है, इस निकम्मी-नक्कारी सरकार से अब निजात पाने की दरकार है।”
ये सारी बातें कहीं न कहीं बिहार में हो रहे अपराध को लेकर रोहिणी आचार्य का सरकार को घेरना था। वहीं, जीतन सहनी के हत्यारोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन उनके मर्डर पर अभी भी सियासत तेज है।