लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान (Chirag Paswan) के नेतृत्व में की जा रही बिहार बचाओं यात्रा में चिराग समर्थकों पर पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज की। लोजपा कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया और नितीश कुमार के खिलाफ ‘हाय-हाय’ के नारे भी लगाए। साथ ही चिराग और लोजपा जिंदाबाद के नारे लगाए गए।
चिराग समर्थकों पर लाठीचार्ज
लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान 15 फरवरी को बिहार बचाओं यात्रा पर निकाले थे। जहां चिराग, नीतीश सरकार की कुनीतियों के खिलाफ अभियान में अपने समथकों के साथ मैदान में उतरे थे। इसी क्रम में उनके समथकों ने जमकर बिहार सरकार और मुख्यमंत्री नितीश के खिलाफ नारेबाजी की। भीड़ को उग्र होता देख पुलिस ने चेतावनी दी की बरेकैडिंग से दूर रहे लेकिन इस चेतावनी को नजर अनदाज़ कर भीड़ आगे बढ़ने लगी। तभी भीड़ काबू करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज, पानी की बौछार तथा आंसू गैस के गोले उनपर बरसाने शुरू कर दिया। बता दें की इस मार्च में पुरुष और महिलाओं किसी को बख्शा नहीं गया। नतीजन कई लोग घायल हो गए और कई लोगों को गंभीर चोटें भी लगी है।
चिराग पासवान ने नीतीश सरकार पर बोला हमला
चिराग ने कहा जितनी पुलिस आज मुझे रोकने आई थी इतनी ही पुलिस हमेशा रहती तो बिहार में अपराध पर बेलगाम ना होता। हम कोई आतंकवादी नहीं है हम लोग भी बिहारी है। हम और हमरे समर्थक शांतिपूर्ण रूप से राज्यपाल से मिलने जा रहे थे। साथ ही उन्होंने कहा कि मैं शेर का बेटा हूं, किसी से डरता नहीं लेकिन कानून का पालन करता हूं इसलिए हाथ जोड़कर यह यात्रा कर रहा था। हमें राजपाल से मिलने से रोका गया है जो की पूर्ण रूप से गलत है।
चिराग ने किए सवाल
चिराग ने पुलिस के कठोर बर्ताव पर सवाल उठाते हुए पुछा की अगर हमारा कोई कार्यकर्ता वाटर टैंक की गाड़ी के निचे आ जाता तो उसकी जवाबदेही किसकी होती? साथ ही मुख्यमंत्री पर हमला करते हुए उन्होंने कहा मई किसी चीज़ से नहीं डरता, उन्होंने हमपर आंसू गैस के गोले दागे मैंने बर्दाशत किया, लाठी चार्ज भी बर्दाशत किया, हवाई फायरिंग की गई, वाटर टैंक से पानी बरसाए गए वहां तक भी बर्दाश्त है लेकिन वाटर टैंक की गाड़ियों को अंधाधुन कार्यकर्ताओं के तरफ चलाना यह बर्दाश्त नहीं। किसी की भी जान जा सकती थी, मुख्यमंत्री तो ऐसे भी बिहार में घटित कोई भी घटना पर अपनी कोई चुप्पी नहीं तोड़ते चाहे हत्याएं हो या बालात्कार जैसे बड़े अपराध हो। साथ ही उन्होंने कहा की वह कानून पालन की बात करते है जो खुद कानून का पालन नहीं करते।