बिहार की राजनीति में अब सहनी vs सहनी की जंग शुरू हो चुकी है। एक ही जाति से आने वाले दो नेता दो अलग-अलग विचार धाराओं के साथ आगामी चुनाव की तैयारी कर रहे हैं। जहां एक तरफ VIP सुप्रीमो मुकेश सहनी है, तो वहीं दूसरी ओर जदयू के मदन सहनी उन्हें कड़ी टक्कर दे रहे है। शुक्रवार को पटना स्थित JDU के प्रदेश कार्यालय से समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने जुबानी जंग की शुरुआत कर दी है।
दरअसल, शुक्रवार को JDU प्रदेश कार्यालय में बिहार सरकार के माननीय ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चैधरी एवं माननीय समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने प्रदेश के विभिन्न जिलों से पहुंचे आमजनों की समस्याओं को सुनकर उनके त्वरित समाधान हेतु संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उक्त मौके पर पार्टी के माननीय विधानपार्षद श्री संजय कुमार सिंह उर्फ ‘गांधी जी’ , माननीय विधायक श्री सिद्धार्थ पटेल एवं प्रदेश महासचिव श्री अरुण कुमार सिंह मौजूद रहे।
इस दौरान माननीय मंत्री मदन सहनी ने श्री प्रशांत किशोर पर निशाना साधते हुए कहा कि भाषा की मर्यादा लांघने वाले को बिहार की जनता कड़ा सबक सिखाएगी। हमारे नेता श्री नीतीश कुमार दिन रात प्रदेशवासियों के उत्थान और कल्याण की चिंता करते हैं। प्रगति यात्रा के तहत प्रत्येक जिलों में जाकर विकास योजनाओं की सौगात दे रहे हैं। आगे उन्होंने कहा कि श्री मुकेश सहनी के पास न वोट है और ना ही विचारधारा। जिस राजद के शासनकाल में 118 से अधिक जातीय नरसंहार हुए, राजनीतिक स्वार्थ के लिए उन्हीं साथ श्री मुकेश सहनी आज गलबहियां कर रहे हैं।
वहीं, माननीय मंत्री अशोक चैधरी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि बिहार कांग्रेस पिछले तीन दशकों से राजद के सहारे राजनीति कर रही है। अगर कांग्रेस खुद के पैरों पर खड़ी नहीं होती है तो श्री लालू प्रसाद यादव उस पार्टी को निकट भविष्य में कभी पनपने नहीं देंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के कार्यों को लेकर प्रदेश की आम जनता में खासा उत्साह और उल्लास है। आगामी चुनाव में राजद 20 से 25 सीट के बीच में सिमट जाएगी। माननीय मंत्री ने कहा कि 2005 से पहले पूरा बिहार जातीय उन्माद में फंसा हुआ था, और आज उसी बिहार में नए-नए निवेश आ रहें हैं। हमारे नेता ने बिहार को जंगलराज से बाहर निकालाने का काम किया है।