भारत का मौजूदा लोकसभा चुनाव अभी संविधान, आरक्षण, मंगलसूत्र पर ही चल रहा था कि कांग्रेस के बड़े नेता सैम पित्रोदा (Sam Pitroda) की एक बात ने उनकी पार्टी को पीछे धकेल दिया। भाजपा पर संविधान बदलने की आशंका जताते हुए कांग्रेस पूरे चुनाव को संविधान बचाने की कोशिश की तरफ ले जा रही थी कि Sam Pitroda के अमेरिकी ज्ञान ने कांग्रेस को बैकफुट पर ला दिया है। कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने अमेरिका की विरासत टैक्स नीति की चर्चा की और कहा कि वहां किसी के भी मरने पर 55 फीसदी दौलत सरकार की हो जाती है। परिजनों और बच्चों का हक 45 फीसदी ही रहता है। बीच चुनाव में सैम का यह बयान कांग्रेस के गले की हड्डी बन गया है।
दरअसल, Sam Pitroda के बयान को भाजपा ने कांग्रेस की नीति बताई है। चूंकि भाजपा पहले से आरोप लगा रही है कि वो हिंदुओं की संपत्ति मुसलमानों में बांटना चाहती है। ऐसे में सैम पित्रोदा का यह बयान भी इसके समकक्ष माना जा रहा है। लेकिन सैम पित्रोदा के अमेरिकी नीति ज्ञान को बड़ा झटका तब लगा, जब कांग्रेस ही उनकी नीतियों से किनारा करने लगी। पार्टी के नेता जयराम रमेश ने तो सीधे सैम पित्रोदा के बयान से किनारा किया है। जबकि सैम इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष हैं।
जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि “सैम पित्रोदा मेरे सहित दुनिया भर में कई लोगों के गुरु, मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक रहे हैं। उन्होंने भारत के विकास में असंख्य, स्थायी योगदान दिया है। वह इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। श्री पित्रोदा उन मुद्दों पर खुलकर अपनी राय व्यक्त करते हैं जिनके बारे में वे दृढ़ता से महसूस करते हैं। निश्चित रूप से, लोकतंत्र में एक व्यक्ति अपने व्यक्तिगत विचारों पर चर्चा करने, व्यक्त करने और बहस करने के लिए स्वतंत्र है। इसका मतलब यह नहीं है कि श्री पित्रोदा के विचार हमेशा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थिति को दर्शाते हैं। कई बार वे ऐसा नहीं करते. अब उनकी टिप्पणियों को सनसनीखेज बनाना और उन्हें संदर्भ से बाहर करना श्री नरेंद्र मोदी के दुर्भावनापूर्ण और शरारती चुनाव अभियान से ध्यान हटाने का जानबूझकर और हताश प्रयास है; यह केवल झूठ और अधिक झूठ पर आधारित है।”
बयान से पलटे Sam Pitroda
दूसरी ओर सैम भी अपने बयान का उलटा रिएक्शन देखते हुए सैम पित्रोदा ने भी पलटी मार ली है। उन्होंने बयान को तोड़ने मरोड़ने का आरोप लगाया है। सैम पित्रोदा ने कहा कि “मेरे बयान को जानबूझकर तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है। ऐसा इसलिए हो रहा है ताकि पीएम मोदी ने कांग्रेस के घोषणा पत्र पर जो झूठ बोला है, उससे ध्यान हटाया जा सके।” सैम पित्रोदा ने कहा, ‘मैंने अमेरिका के विरासत टैक्स का जिक्र सिर्फ एक टीवी डिबेट में उदाहरण के तौर पर किया था। क्या मैं तथ्यों का जिक्र नहीं कर सकता? मेरा कहना था कि ऐसे मामलों पर लोगों को बात करनी चाहिए। इसका कांग्रेस या किसी भी पार्टी की पॉलिसी से लेना-देना नहीं है। आखिर किसने कहा है कि 55 पर्सेंट ले लिया जाएगा। ऐसा कुछ भारत में होगा? आखिर भाजपा और मीडिया में घबराहट क्यों है?”