जनता दल यूनाइटेड ने अपने पंख फैला दिए हैं। बिहार में आज भले ही वो विधायकों की संख्या के मामले में तीसरे नंबर की पार्टी है। लेकिन यह भी उतना ही बड़ा सच है कि लगातार 17 सालों से बिहार में जदयू के ही मुख्यमंत्री हैं। इसमें भी अधिकतर वक्त नीतीश कुमार के ही नाम रहा है। अब जदयू राष्ट्रीय फलक पर अपने नेता को देखने के लिए बेचैन है। लेकिन पार्टी जानती है कि पोस्टर चिपकाने भर से बहुत कुछ नहीं होने वाला। रणनीति बनानी होगी। अगस्त में सत्ता के साझीदार बदलने वाली जदयू ने अब सितंबर माह से 2024 में पार्टी की रणनीति तैयार करने की ओर कदम बढ़ा दिए हैं।
आज होगी प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक
जदयू प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक शुक्रवार को दोपहर तीन बजे से होगी। जदयू प्रदेश मुख्यालय के कर्पूरी सभागार में होने वाली इस बैठक में प्रदेश के लगभग 275 नेता शामिल होंगे। वैसे तो इस बैठक का नाम प्रदेश पदाधिकारियों के लिए रखा गया है लेकिन इसमें जदयू के सभी बड़े नेता शामिल हो रहे हैं। इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा व प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा भी मौजूद रहेंगे।
बाद में प्रदेश व राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक
शुक्रवार को प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक के बाद तीन सितंबर को प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक होगी। यह बैठक सुबह 11 बजे से करीब दो घंटे की होगी। जबकि दोपहर में जदयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी। इसके बाद जदयू राष्ट्रीय परिषद की बैठक चार सितंबर को कर्पूरी सभागार में होगी। इस बैठक में संगठन के सदस्यता अभियान को शुरू करने, अन्य राज्यों में संगठन विस्तार और चुनाव लड़ने सहित कई एजेंडों पर मुहर लग सकती है।