जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के इस्तीफे की अटकलों के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की उनके साथ दिल्ली जेडीयू कार्यालय में एक घंटे बैठक हुई। इसमें पार्टी नेता संजय झा भी थे। तीनों साथ में जेडीयू दफ़्तर पहु्चे थे। बैठक बाद से नीतीश की ललन से नाराजगी की खबरों में थोड़ा ठहराव आया है। साथ ही दिल्ली स्थित जेडीयू कार्यालय में दोनों नेताओं के पोस्टर भी लगे। इससे पहले पोस्टर में सिर्फ नीतीश थे। घंटे भर से अधिक दोनों नेताओं की बातचीत हुई और सबकुछ सहज दिखा। इस बीच जेडीयू के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष शैलेंद्र कुमार के बयान से खलबली मच गई है। उनका कहना है कि कार्यकाल जब खत्म होता है तो लोग बदलते हैं और अध्यक्ष भी बदलते हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यकाल ढाई साल पूरा हो चुका है।
अध्यक्ष का फैसला करेगी कार्यकारिणी
शैलेंद्र ने कहा कि इस बार कार्यकारिणी में जो निर्णय होगा परिषद में उस पर मुहर लगेगी। मैं इसकी सूचना दूंगा। यह भी कहा कि अध्यक्ष का फैसला कार्यकारिणी करेगी। बता दें गुरुवार को पटना से दिल्ली तक सियासी हलचल के बीच दिल्ली के जेडीयू कार्यालय के बाहर नीतीश के अकेले नए पोस्टर लगे थे। इस पोस्टर को उनके अगले कदम का संकेत माना जा रहा था। पोस्टरों पर लिखा है-प्रदेश ने पहचाना, अब देश भी पहचानेगा। बड़ी बात है कि पोस्टर में कहीं जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन की तस्वीर नहीं थी।
जेडीयू पूरी तरह से एकजुट: ललन
सुकून भरे चेहरे के साथ सीएम नीतीश, ललन और मंत्री संजय झा के साथ निकले और जेडीयू दफ्तर पहुंचने से पहले शुक्रवार की जदयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक कांस्टिट्यूशन क्लब स्थल का निरीक्षण किया था। ललन के इस्तीफे से जुड़ी खबरों के बीच दोनों मिले। जेडीयू ऑफिस से निकलने के दौरान ललन ने जदयू के एकजुट होने की बात कही थी और नीतीश को पार्टी का सर्वमान्य नेता बताया था।