आरजेडी विधायक बच्चा पांडेय मुश्किल में फंस गए हैं। उनके खिलाफ उत्तराखंड के चंपावत जिले के सीनियर सिविल जज ने नॉन बेलेबल वारंट जारी किया है। ऐसे में अब कभी भी राजद विधायक की गिरफ्तारी हो सकती है। आदेश में चंपावत जिले के पुलिस अधीक्षक की ओर से जारी आदेश में यह कहा गया है कि बच्चा पांडेय को गिरफ्तार कर कोर्ट के सामने पेश किया जाए। उत्तराखंड पुलिस ने बिहार पुलिस से संपर्क किया है। दरअसल, मामला चेक बाउंस का है, जिसमें कोर्ट ने नॉन बेलेबल वारंट जारी कर दिया है।
बिजनेस से जुड़ा है मामला
मामला बिजनेस से जुड़ा हुआ है। कांड के वादी उत्तराखंड के धान सिंह हैं, जो एक कारोबारी है। बच्चा पांडे से कारोबारी संबंध है। बच्चा पांडे अपनी कंस्ट्रक्शन कंपनी के लिए धान सिंह के फार्म से सामान मंगाए गए थे। नगद भुगतान के बदले चेक दिया गया था। धान सिंह ने जब अपने बैंक खाते में चेक भेजा तो बाउंस कर गया। इसके बाद कारोबारी धान सिंह ने इसके खिलाफ कोर्ट में केस दर्ज किया। कोर्ट ने एमएलए बच्चा पांडे को उपस्थिति का आदेश दिया था। कई नोटिस के बावजूद राजद विधायक कोर्ट में हाजिर नहीं हुए। इसके बाद उत्तराखंड के चंपावत सिविल जज की अदालत ने उनके खिलाफ नन बेलेबल वारंट जारी कर दिया। चंपावत एसपी को विधायक को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया गया है।
बड़हरिया से राजद के विधायक हैं बच्चा पांडेय
बच्चा पांडेय सिवान जिला के बड़हरिया विधानसभा से राजद के विधायक हैं। इनके ऊपर दो साल पहले जा’न से मारने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी। इसके आलावा पूर्व विधान पार्षद टुन्ना पांडये पर भी प्राथमिकी दर्ज की गयी है। दोनों भाइयों को यह प्राथमिकी उनके चचेरे भाई राकेश पांडे ने ही दर्ज कराया था। दरौली थाने में दर्ज प्राथमिकी में दोनों भाईयों पर मारपीट और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया गया था।