दरभंगा में एम्स निर्माण को लेकर बिहार सरकार और केंद्र के बीच चल रही खींचतान के बीच उप मुख्यमंत्री और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को एक बार फिर पत्र लिखा है। पत्र लिख कर तेजस्वी ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से अनुरोध किया है कि राज्य सराकर ने दरभंगा में जहां जगह चिन्हित की है वहीं एम्स का निर्माण कराएं। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से अनुरोध किया कि उत्तर बिहार की जनता के व्यापक हित, राज्य में चिकित्सा सुविधा के सृदृढ़ीकरण हेतु अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), दरभंगा की स्थापना राज्य सरकार द्वारा प्रस्तावित उपर्युक्त भूखण्ड के प्रस्ताव को स्वीकृत करने पर शीघ्र ही सकारात्मक निर्णय लेने की कृपा की जाए।
उत्तर बिहार के लोगों को उच्चस्तरीय इलाज मिल सकेगी
तेजस्वी ने पत्र में लिखा है कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, दरभंगा हेतु राज्य सरकार द्वारा दरभंगा जिले के बहादुरपुर अंचल अंतर्गत एकमी शोभन-बाईपास पर अवस्थित भूमि संबंधी द्वितीय वैकल्पिक प्रस्ताव पर पुनर्विचार का अनुरोध किया गया था। उन्होंने कहा कि एम्स के लिए उपर्युक्त चिन्हित स्थल इस्ट-वेस्ट कोरिडोर से मात्र 3 किमी पर एवं आमस-दरभंगा चार लेन सड़क से महज 5 किमी की दूरी पर और दरभंगा एयरपोर्ट से मात्र 10 किमी की दूरी पर अवस्थित है, जिससे मरीजों को यहां पहुंचने में काफी कम समय लगेगा। साथ ही एम्स की स्थापना शहर के बाहर होने की स्थिति में दरभंगा शहर के विस्तारीकरण के साथ नये इलाके का विकास का भी होगा। वहीं उत्तर बिहार, मिथिलांचल और नेपाल के लोगों को उच्चस्तरीय इलाज की सुविधा प्राप्त हो सकेगी।
डीएमसीएच में अब भूमि उपलब्ध नहीं है
तेजस्वी ने कहा है कि दरभंगा चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल में अब भूमि भी उपलब्ध नहीं है, क्योंकि राज्य सरकार द्वारा दरभंगा चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल को 2500 शय्या के अस्पताल के रूप में पुनर्विकसित करने हेतु 3115 करोड़ रुपये की योजना स्वीकृत की जा चुकी है। निविदा की कार्रवाई प्रक्रियाधीन है। विदित हो कि राज्य सरकार द्वारा एम्स निर्माण हेतु प्रस्तावित भूमि कुल रकवा 151.17 एकड़ में से 113.86 एकड़ भूमि एम्स, दरभंगा को निःशुल्क हस्तान्तरित की जा चुकी है और चिन्हित भूखण्ड पर मिट्टी भराई के लिए राज्य योजना से 309 करोड़ रुपये की योजना भी स्वीकृत की जा चुकी है।