बिहार में पुल के टूटने का सिलसिला बदस्तूर जारी है. समस्तीपुर में बीते रविवार की रात एक और निर्माणाधीन पुल बख्तियारपुर-ताजपुर गंगा महासेतु का स्पैन टूटकर गिर गया। इसे लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने बिहार सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट कर लिखा कि 20 वर्षों की एनडीए सरकार की बुनियाद ही अधिकारियों की संगठित लूट पर टिकी है।
तेजस्वी यादव ने लिखा है, 1603 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन समस्तीपुर -बख्तियारपुर-ताजपुर गंगा महासेतु के संपर्क पथ का पुल भर-भराकर गिर गया। एक सप्ताह पूर्व करोड़ों की लागत से जमुई के बरनार नदी पर बना पुल भी धँस गया था जबकि उसका कुछ दिन पूर्व ही सीएम ने कथित निरीक्षण किया था। एनडीए सरकार की बुनियाद ही कमीशनखोरी, रिश्वत खोरी, संस्थागत भ्रष्टाचार, वित्तीय अनियमितता, अवैध वसूली और अपराधी व अधिकारियों की संगठित लूट पर टिकी है। उन्होंने पीएम मोदी से भी सवाल करते हुए कहा कि “क्या प्रधानमंत्री मोदी जी, बताएंगे कि बिहार में निरंतर पुलों का गिरना भ्रष्टाचारी संयोग है या प्रयोग”?
इधर, इस मामले में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि ब्रिज गिरने के बहुत सारे कारण हो सकते हैं। पहले विभाग इस बात को देखेगी टेक्निकल फॉल्ट है या बाढ़ के आपदा का मामला है। पहले जांच हो जाने दीजिए फिर इस मामले पर हम बात करेंगे। उन्होंने कहा कि विपक्ष का काम है आइना दिखाना जो अच्छा विपक्ष होता है वह सरकार को आईना दिखाने का काम करता है। हम भी जब विपक्ष में थे और प्रदेश में कोई घटना घटती थी तो हम भी आईना दिखाते थे। विपक्ष का काम है आइना दिखाना सुझाव देना और सरकार का काम है उस आइना को देखकर सुझाव को मानकर जो अच्छा हो इस को धरातल पर उतारना।
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