बिहार में 2025 में चुनाव होना है। इसके लिए नेताओं ने जीन जान लगानी शुरू कर दी है। विपक्षियों ने तो यात्रा तक शुरू कर दिया है। वहीं, केंद्र सरकार के मंत्री और नेता लगातार जनता को लुभाने के लिए पीएम मोदी के नाम पर कार्यक्रम कर रहे हैं। वहीं, बिहार के हर के गतिविधियों पर भी बिहार सरकार के नेताओं से लेकर विपक्षियों की नजर बनी है। विपक्षी जहां सरकार को टारगेट करने का मौका नहीं गवांना चाहती है, तो वहीं सरकार उस नाकामियों को छुपाने के लिए लगातार एक्शन की बात कर रही है।
2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अभी से ही एक्शन मोड में आ गए हैं। इस चुनाव में वे आरजेडी की जीत पक्की करना चाहते हैं। इसके लिए वो कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं। इसी कड़ी में तेजस्वी यादव ने 11 सितंबर से आभार यात्रा निकाली थी। जो 17 सितंबर को ‘कार्यकर्ता दर्शन सह संवाद यात्रा’ कर प्रथम चरण खत्म की।
तेजस्वी यादव ने इस यात्रा की शुरुआत समस्तीपुर से की थी, जो 7 दिनों में दरभंगा, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, वैशाली और उजियारपुर के 41 विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर खत्म की। बता दें कि लोकसभा की इन सभी सीटों पर 2024 के चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार की जीत हुई है। तेजस्वी ने इसी वजह से इन इलाकों को यात्रा के लिए सबसे पहले चुना। इस दौरान तेजस्वी यादव ने बढ़ते अपराध समेत 6 मुद्दों को उठाया। उन्होंने बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर नीतीश सरकार को घेरा। मधुबनी में कहा कि मेरी आभार यात्रा की बैठकों की जासूसी नीतीश कुमार करवा रहे हैं। प्री-पेड स्मार्ट मीटर को लेकर भी बयान दिया। लैंड सर्वे और पलायन के बारे में भी बात की। साथ ही 17 महीने के अपने कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाईं।