बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने एक बार फिर से बीजेपी सरकार पर परिवारवाद को लेकर पलटवार किया है। उन्होंने बीजेपी द्वारा लगाए गए परिवारवाद के आरोप का जवाब देते हुए एक पूरी लिस्ट सोशल मीडिया पर ट्विट की है, जिसमें उन्होंने एनडीए उम्मीदवारों पर परिवारवाद का आरोप लगाया है।
उन्होंने लिखा है कि प्रधानमंत्री मोदी जी आज बिहार में प्रथम चरण की 4 सीटों का प्रचार करने आएंगे। चारों सीटों पर विशुद्ध 100 प्रतिशत परिवारवादी उम्मीदवार है। इनमें से दो कथित क्षेत्रीय परिवारवादी पार्टियों के और दो उम्मीदवार देश की सबसे बड़ी परिवारवादी और वंशवादी नेताओं से भरी पड़ी बीजेपी पार्टी के है।
जमुई से अरुण भारती, पूर्व एमएलसी ज्योति पासवान के सुपुत्र और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व.रामविलास पासवान के दामाद और एलजीपी(आर) के एमपी और वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष के जीजा हैं।
औरंगाबाद से सुशील कुमार सिंह, एमपी, पूर्व एमपी राम नरेश सिंह के बेटे हैं।
गया से पूर्व सीएम जीतनराम मांझी, मंत्री और एमलसी संतोष सुमन के पिता और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा(सेक्युलर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष की एमएलए सास ज्योति देवी के समधी हैं।
नवादा से विवेक ठाकुर, एमपी, पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व एमपी सीपी ठाकुर के बेटे हैं। इसके अलावा अभी तक घोषित उम्मीदवारों में निम्नलिखित भी विशुद्ध परिवारवादी उम्मीदवार है। आशा है प्रधानमंत्री जी इस परिवारवाद के बारे में भी जिक्र करेंगे।
पटना साहिब से रविशंकर प्रसाद, एमपी पूर्व मंत्री और एमएलए ठाकुर प्रसाद के बेटे हैं।
सासाराम से शिवेश राम, पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व एमपी मुन्नी लाल के बेटे हैं।
हाजीपुर से चिराग पासवान एमपी, पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व एमपी रामविलास पासवान के बेटे हैं।
समस्तीपुर से शांभवी चौधरी, मंत्री और एमएलसी अशोक चौधरी की बेटी और पूर्व मंत्री और एमएलए महावीर चौधरी की पौत्री हैं।
शिवहर से लवली आनंद पूर्व एमपी की पत्नी और वर्तमान एमएलए की मम्मी हैं।
वाल्मीकिनगर से सुनील कुमार, एमएपी और पूर्व मंत्री और एमएपी वैद्यनाथ महतो के बेटे हैं।
प. चंपारण से संजय जायसवाल, एमएपी, पूर्व एमपी मदन जायसवाल के बेटे हैं।
मधुबनी से अशोक यादव, एमपी पूर्व मंत्री और पूर्व एमपी हुकुमदेव यादव के बेटे हैं।
वैशाली से वीणा देवी, एमपी जेडीयू एमएलसी दिनेश सिंह की पत्नी हैं।
सीवान से विजय लक्ष्मी, पूर्व एमएलए रमेश कुशवाहा की पत्नी हैं।