राष्ट्रीय जनता दल के राज्यसभा सांसद मनोज झा की कविता पर उन्हीं की पार्टी के विधायक चेतन आनंद की आपत्ति के बाद माहौल अलग ही हो गया है। पहले यह विवाद मनोज झा और आनंद मोहन के परिवार के बीच हुआ। लेकिन जदयू के संजय सिंह, भाजपा के नीरज बबलू, राजद के टुन्ना जी पांडेय, जदयू के संजय झा इस मामले में बोलते गए और बवाल राजपूत वर्सेस ब्राह्मण में कन्वर्ट होता गया। मामला राजद के नेताओं के बीच ही शुरू हुआ था, तो उम्मीद थी कि लालू यादव मामले में बीच-बचाव करेंगे। लेकिन लालू ने मनोज झा को डिफेंड कर आनंद मोहन को किनारे कर दिया। अब उम्मीद तेजस्वी यादव से है, जो लगातार बिहार से और इस विवाद से बाहर हैं। अब तेजस्वी ने संकेत दिए हैं कि विवाद सुलझेगा।
तेजस्वी करेंगे बात!
दरअसल, मनोज झा के कविता पाठ पर विवाद शुरू होने से पहले ही तेजस्वी यादव बिहार से बाहर हैं। वे सार्वजनिक उपस्थिति में नहीं हैं लेकिन दिल्ली में तेजस्वी यादव ने मीडिया से इस मसले पर पहली बार बात की है। तेजस्वी यादव ने कहा कि पटना जाने दीजिए, फिर सबसे बात करेंगे। लालू यादव की तरह तेजस्वी ने इस मामले पर किसी एक का पक्ष नहीं लिया है। तेजस्वी की बात से लग रहा है कि वे मनोज झा और चेतन आनंद से बात करेंगे।
मनोज पर कानूनी कार्रवाई की शुरुआत
दूसरी ओर भाजपा ने इस पूरे मामले पर कानूनी कार्रवाई को आगे बढ़ा दिया है। राज्यसभा में राजद के सांसद मनोज झा द्वारा ठाकुर का कुआं कविता पाठ पर भाजपा नेताओं ने मनोज झा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करने के लिए पटना एसएससी को शिकायती आवेदन दिया है। पार्टी के युवा मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मनीष सिंह ने राजद नेता पर कार्रवाई की मांग की है।