भारतीय राजनीति में वंशवाद का एक लम्बा इतिहास है। जिसका जिक्र अपने भाषण में नरेंद्र मोदी अक्सर करते हुए दिखते है। नरेंद्र मोदी के भाषण में ज्यादातर परिवारवाद, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण का जिक्र होता है। स्वतंत्रता दिवस पर भी उन्होंने लाल किला से अपने 90 मिनट के भाषण में 12 बार परिवारवाद 11 बार भ्रष्टाचार का जिक्र किया है। पारिवारवाद का जिक्र करते हुए उन्होंने अपने भाषण में कहा था कि परिवारवाद ने देश को जकड़ रखा है, लोगों का हक छीना है। परिवारवाद का मूल मंत्र है “ऑफ द फैमिली, बाई द फैमिली और फॉर द फैमिली”।जिसके जवाब में तेजस्वी यादव ने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है।
तेजस्वी यादव ने NDA में शामिल तमाम नेता का जिक्र करते हुए कहा है कि मोदी जी को NDA में विश्लेषण करना चाहिए, ताकि उन्हें लाल किले की प्राचीर से असत्य ना बोलना पड़े। सनातन धर्म में असत्य बोलना बहुत गलत समझा जाता है।
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PM मोदी करें NDA का अवलोकन
दरअसल, बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर भी परिवारवाद का आरोप लगाया जाता है। जिसका जवाब तेजस्वी ने अपने ट्वीट के जरिए दी है। तेजस्वी ने ट्वीट करते हुए केंद्र सरकार की नीतियों पर निशाना साधा है और NDA में शामिल तमाम नेता और सांसद के नामों का जिक्र करते हुए उनपें पारिवारवाद का आरोप लगाया है। तेजस्वी ने ट्वीट किया है कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी को उनकी कैबिनेट, मंत्रिमंडल, पार्टी तथा सहयोगी दलों में व्याप्त घनघोर परिवारवाद व भ्रष्टाचार का सूक्ष्म अवलोकन एवं विश्लेषण करना चाहिए। ताकि कम से कम उन्हें लाल किले की प्राचीर से देश को असत्य ना बोलना पड़े। सनातन धर्म में असत्य बोलना बहुत गलत समझा जाता है।
इसके साथ एक वीडियो भी पोस्ट किया गया है जिसमें वो विधानसभा में बतौर उपमुख्यमंत्री अपनी बातों को रख रहे हैं और NDA में शामिल तमाम नेता का नाम रखते हुए कह रहे है कि मोदी जी के साथ कैबिनेट में बैठने वाले ज्यादातर लोग परिवारवाद है। उन्होंने कई नामों का जिक्र भी किया है जिसमें अनुराग ठाकुर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरण रिजुजू, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, पंकज सिंह, अनुप्रिया पटेल के पति आदि शामि है। इसके अलावा भाजपा के कई नेता पर भी परिवारवाद करने का आरोप लगाया है।